पटना। बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति लालजी टंडन ने राजभवन के निदेशों के अनुपालन में शिथिलता बरतने वाले विश्वविद्यालयों को चेतावनी देते हुए आज कहा कि विश्वविद्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने असफल अधिकारियों के विरूद्ध सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। टंडन की अध्यक्षता में यहां राजभवन सभाकक्ष में बाबासाहेब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के क्रियाकलापों की व्यापक समीक्षा की गई। इस समीक्षा बैठक में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अमरेन्द्र नारायण यादव, प्रतिकुलपति डॉ. आर के मंडल के अतिरिक्त विश्वविद्यालय-प्रशासन के सभी वरीय अधिकारी उपस्थित थे। राज्यपाल ने समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी विश्वविद्यालय राजभवन के निदेशों के अनुपालन में शिथिलता बरतेंगे तथा विश्वविद्यालय प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार को नियंत्रित कर पाने में सफल सिद्ध नहीं होंगे, वहां के संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसरों में शिक्षण के अनुकूल वातावरण विकसित करना कुलपतियों की प्राथमिक जिम्मेवारी है। वहीं, प्रशासनिक अनुशासन, वित्तीय नियमितता तथा उच्च शिक्षा में सुधार-प्रयासों को गति प्रदान करना भी कुलपतियों की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के विकास में एकेडमिक कैलेंडर का अनुपालन, नैक प्रत्ययन, यू.एम.आई.एस का कार्यान्वयन, डिजीटलीकरण की प्रक्रिया को तेज करने जैसे कार्य -विश्वविद्यालयों की प्राथमिकताओं के रूप में रेखांकित किये गए हैं। इनके प्रति लापरवाही बिल्कुल ही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।