मुंबई। आईसीसी महिला क्रिकेट वर्ल्डकप 2017 के फाइनल में इंग्लैंड के हाथों हार झेलने के बाद भारत की कप्तान मिताली राज और टीम इंडिया के पहली बार विश्व कप जीतने के सपने पर पानी फिर गया। इस मैच में एक समय भारतीय टीम जीत के कगार पर आसानी से पहुंचती दिख रही थी, लेकिन अंत तक आते-आते मैच भारत के हाथ से निकल गया।
इस मैच के हार के मुख्य कारणों में भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज का अचानक रनआउट हो जाना भी था। मिताली राज ने मैच के अहम मौके पर खुद के रनआउट होने को लेकर कहा कि जिस तरह की बातें की जा रही है वो सही नहीं है। उनके आउट होने का कारण कुछ और है। मिताली ने बताया कि रन लेने के लिए दौड़ते समय उनके जूते की कीलें (स्पाइक्स) धंस गई थीं।
न दौड़ सकी, न डाइव लगा सकी
मिताली राज ने यह बात एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कही। उन्होंने बताया है, मैंने सोशल मीडिया पर देखा कि मेरे रन आउट पर कई तरह की बातें की जा रहीं हैं। मैं बताना चाहूंगी कि रन लेने के दौरान मेरे स्पाइक्स (जूते की कील) पिच पर अटक गए थे। दरअसल पूनम ने मुझे रन लेने के लिए बुलाया और मैं भी रन के लिए दौड़ पड़ी, लेकिन जैसे ही मैं आधी दूर तक पहुंची वैसे ही मेरा जूता पिच पर अटक गया और मुझे नहीं लगता कि टीवी कैमरे में ये दिखाया गया। इस वजह से मैं तेज नहीं दौड़ सकी और ना ही डाइव लगा सकी और आउट हो गई।
हार से उबरने में लगेगा समय
मिताली ने आगे कहा कि उन्हें अभी इस हार से उबरने में समय लगेगा। मिताली ने कहा कि विश्व कप हमारा था, हम आखिरी समय में सही कदम नहीं उठा पाए। हार को बर्दाश्त करने में मुझे अभी कुछ समय लगेगा। हो सकता है कि विश्व कप जीतना हमारी किस्मत में नहीं लिखा था। मिताली ने कहा, मुझे लगता है कि इतने बड़े मौके पर टीम का अनुभवहीन होना टीम के लिए खतरनाक साबित हुआ। हमने गलती की, लेकिन मैं किसी को दोषी नहीं मानती। क्रिकेट पंडित हमेशा कहते हैं कि ऐसे मौकों पर संयम से काम लेना चाहिए और चीजों का आसान बनाना चाहिए लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। मिताली ने ये भी उम्मीद जताई कि हमारे शानदार प्रदर्शन करने के बाद भारत में महिला क्रिकेट के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ेगी।