मुंबई। पूर्व भारतीय टेस्ट ओपनर माधव आप्टे का सोमवार को मुंबई के ब्रिच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। आप्टे भारत के सबसे उम्रदराज चौथे जीवित टेस्ट क्रिकेटर भी थे। भारत के लिए 1952-53 में अपने सात टेस्टों में आप्टे ने 49.27 के औसत से रन बनाये। उन्होंने पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 163 रन की यादगार पारी खेली थी। उन्होंने अपने करियर के कुल सात टेस्टों में से पांच वेस्टइंडीज दौरे पर ही खेले थे। लेकिन इसके बाद उन्होंने भारत के लिये कभी नहीं खेला।
मुंबई के लिये 1980 और 90 के दशक के शुरूआती समय में सर्वाधिक रन बनाने वाले शिशिर हत्तांगदी ने आप्टे के निधन की पुष्टि की। उन्होंने कहा, मैं कई महीनों से आप्टे से नहीं मिला था। उन्हें उम्र के कारण कुछ परेशानियां हो रही थीं लेकिन आज सुबह उन्हें ह्दयघात हुआ। वह बहुत अच्छे इंसान थे। उन्हें खेल से बहुत प्यार था और मैंने उनके साथ कई अच्छे लम्हे बिताये थे। आप्टे ने अपने 17 वर्षों के प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 1951-52 से 1967-68 में मुंबई के लिये खेला।
उन्हें 14 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर को सीसीआई में शामिल करने का भी श्रेय जाता है। मास्टर ब्लास्टर सचिन ने भी आप्टे के निधन पर दुख जताते हुये ट्वीटर पर लिखा,‘‘ मैं माधव आप्टे सर को याद कर रहा हूं। मैंने 14 साल की उम्र में उनके खिलाफ शिवाजी पार्क में खेला था। मैं वह दिन नहीं भूल सकता जब उन्होंने और डुंगारपुर सर ने सीसीआई में खेलने का मौका दिया। उन्होंने मुझे हमेशा मदद की। मैं उनकी आत्मा की शांति की कामना करता हूं।