रांची। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद युवा खिलाड़ियों का बचाव करते हुए कहा है कि निचले क्रम पर लक्ष्य का पीछा करना आसान काम नहीं है और इसके लिए युवाओं को कुछ समय दिये जाने और संयंम बरतने की जरूरत है।
भारत के लिए रांची में खेला गया चौथा वनडे सीरीज कब्जाने के लिहाज से अहम था लेकिन न्यूजीलैंड ने अपनी हार टालते हुए सीरीज में 2-2 की बराबरी कर ली। मैच में मिली 19 रन की हार के बाद धोनी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, युवा खिलाड़ियों को बड़े शाट्स खेलने से डरने की जरूरत नहीं है। यदि वह आगे आकर नहीं खेलेंगे तो वह अपने खेल को निखार नहीं सकेंगे।
टीम के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर माने जाने वाले धोनी ने कहा, निचले क्रम पर खेलकर लक्ष्य का पीछा करना हमेशा मुश्किल होता है और अभी उन्हें इस काम को सीखने के लिए समय दिए जाने की जरूरत है।
धोनी के बल्लेबाजी क्रम में चौथे नंबर पर खेलने से फिनिशर की जगह खाली हो गई है। इससे पहले भी कप्तान ने कहा था कि क्रम में खुद को ऊपर रखने से निचले क्रम पर नए खिलाड़यिों को तैयार करने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा, पांचवें और छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी अभी नए हैं। कुछ खिलाड़ी इस क्रम पर भी बड़े शॉट खेलना पसंद करते हैं। क्रिकेट बदल चुका है और खिलाड़यिों को ऐसे खेलना पसंद है। जरूरी है कि हम उन्हें ऐसा खेलने से रोकने के बजाय प्रोत्साहित करें। बल्लेबाजों ने ऐसे शॉट तभी खेले जब गेंद उनके क्षेत्र में थी। वह यह भूमिका 15 से 20 मैचों के बाद ही सीख पाएंगे।