पितृपक्ष में पूर्वजों को याद करके दान धर्म करने की परंपरा चली आ रही है। इस साल पितृ पक्ष की शुरुआत 13 सितंबर से हो रही है। इस दौरान व्यक्ति अपने पितरों को तर्पण देने के साथ उनका श्राद्ध भी करता है। श्राद्ध के दौरान कुछ खास नियम बताएं गए हैं।
वहीं इन 16 दिनों में आप कुछ ऐसी गलतियां कर देते है जिससे आपके पूर्वज आपसे नाराज हो जाते है। इसलिए कभी भी इन दिनों ऐसे काम न करें जिससे आपको पूर्वज नाराज हो जाएं। चलिएं आपको बताते है कि इन दिनों किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
न करें कोई नया काम
इन दिनों किसी भी तरह का कोई नया काम करने से बचना चाहिए क्योंकि इन दिनों में हम अपने पितरों को याद कर शोक मानते है ऐसे में किसी भी तरह का जश्न या त्योहार नही करना चाहिए। इतना ही किसी भी नए समान की शॉपिंग नही करनी चाहिए।
जरुरतमंद को दें खाना
इन दिनों कोई आपके पास खाना या पानी मांगने वाला आता है तो उसे खाली हाथ न भेजें। माना जाता है कि पूर्वज किसी भी रुप में अन्न व जल लेने के लिए हमारे बीच आ सकते हैं।
जानवरों को न मारे
जानवरों की हमेशा सेवा करते हुए उनकी सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए लेकिन इन दिनों खास ख्याल रखना चाहिए। खास कर गाय, कुत्तास बिल्ला व कौए को मारना नही चाहिए। रोज खाना खाने से पहले उनका खाना निकालें।
मांस व शराब से रहे दूर
इन दिनों अपना खान पीना पूरी तरह से साधारण रखना चाहिए। गलती से भी मांस, मठली, अंडे व शराब का सेवन नही करना चाहिए। हो सके तो खाने में भी प्याज व लहसुन का इस्तेमाल नही करना चाहिए।
लोहे के बर्तन से रहे दूर
श्राद्ध के दिनों में लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल नही करना चाहिए। इसका हमारे जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं। किचन में न इस्तेमाल करने के साथ इनकी खरीददारी भी नही करनी चाहिए। इनकी जगह पीतल काकंसा व पत्तल की थाली का इस्तेमाल करना चाहिए।