हिंदू धर्म में वास्तुशास्त्र को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता हैं....शास्त्रों के अनुसार, अगर शनि की टेढ़ी नजर किसी पर पड़ जाए तो उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। घर में सकारात्मक उर्जा के लिए सही वास्तु का बहुत महत्व है। शुभ उर्जा के लिए घर के नक्शे के साथ-साथ ये भी जरूरी हो जाता है कि आपने कौन सी चीज कहां रखी है। जूते-चप्पल भी इन्हीं में से एक हैं, जिसे अगर सही स्थान पर और सही तरीके से न रखा जाए तो घर का वास्तु खराब हो सकता है। यही कारण है कि इन्हें भी रखने के लिए कुछ खास नियम हैं जिसका पालन किया जाना चाहिए।
यह हर व्यक्ति के जीवन में खास महत्व रखता हैं वही शास्त्रों के मुताबिक अगर शनि की टेढ़ी नजर किसी पर भी पड़ जाए तो उसे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं वही इतना ही नहीं, शनि की बुरी दृष्टि के कारण बनते हुए काम भी बिगड़ने लग जाते हैं वही अगर शनि महाराज किसी पर मेहरबान हो जाते हैं
तो उस मनुष्य को किसी भी चीज की कोई कमी नहीं होती हैं। वही लोगो के मन में यह भी सवाल उठता हैं कि कैसे पता लगाया जाएं की शनिदेव प्रसन्न हैं या फिर अप्रसन्न। आपको बता दें, कि शनिदेव का पैरों से खास संबंध होता हैं,इसलिए आप जूते चप्पलों से जुड़े कुछ खास उपाय से शनिदेश की खुशी और नाराजगी का पला लगा सकते हैं वही आज हम आपको बताने जा रहे हैं शनिदेव के कुछ अच्छे व बुरे संकेत....
वही कई बार मंदिर में भगवान के दर्शन करने के बाद आपके जूते या चप्पल चोरी हो जाते हैं तो बता दें कि यह शनि के शुभ संकेत की ओर इशरा करते हैं इसका अर्थ होता हैं कि शनि आपका पीछा छोड़ने वाले हैं।
वही जो मनुष्य घर के अंदर जूते चप्पल पहनकर आता हैं इसके साथ ही घर में राहु और केतु जैसे पापी ग्रह भी घर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं वही घर के मुख्य द्वार पर जूते चप्पल नहीं रखना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती हैं। वही जूतों को घर के बेडरूम और किचन से दूर ही रखना चाहिए। कभी भी जूते चप्पल बेडरूम में नहीं लेकर जाएं। वही ध्यान रखें कि पूजा घर के आसपास जूते न उतारें।