कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने बुधवार को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। पार्टी ने इस्लापुर घटना को लेकर बंद बुलाया है, जहां पुलिस के साथ झड़प में बीते सप्ताह 2 छात्रों की मौत हो गई। राज्य के उत्तरी दिनाजपुर जिले में हुई इस घटना के विरोध में बीजेपी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। इस बीच, कई जगह प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ मचाई। हिंसक घटनाओं से बचाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सरकारी बसों के ड्राइवर हेलमेट पहनकर बस चला रहे हैं।
इस बीच, राज्य में तृणमूल कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार ने चेताया है कि इस दौरान किसी तरह से कानून का उल्लंघन हुआ तो ऐसा करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। सरकार ने बीजेपी की ओर से बुलाए गए बंद को तवज्जो न देते हुए बुधवार को सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज खुले रखे हैं। बंद के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अनुपस्थिति में राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि बुधवार को सरकारें बसें चलेंगी। सरकारी दफ्तर, स्कूल एवं कॉलेज भी खुले रहेंगे। उन्होंने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और निजी शिक्षण संस्थानों से भी अपनी गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित करने की अपील की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर इस दौरान बीजेपी या आरएसएस के किसी भी सदस्य ने कानून का उल्लंघन किया तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा।
इस्लामपुर घटना के विरोध में बीजेपी ने 12 घंटों के पश्चिम बंगाल बंद का आह्वान किया है। सुबह 10 बजे बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और राहुल सिन्हा पार्टी के प्रदेश कार्यालय से एक रैली भी निकालने वाले हैं। इस बीच, राज्य के कई हिस्सों से छिटपुट हिंसा की भी सूचना है। मिदनापुर में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों में तोड़फोड़ की और टायर जला दिए तो कूच बेहार में सरकारी बसों के ड्राइवर हेलमेट पहनकर बस चलाते नजर आए।
उधर, हावड़ा-बर्धमान मेन लाइन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन का परिचालन भी रोक दिया। यहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई है। पश्चिम बंगाल में विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और सीपीएम ने भी इस्लामपुर घटना पर नाराजगी जाहिर की है, पर उन्होंने बीजेपी के बंद का समर्थन नहीं किया। दोनों पार्टियां बीजेपी और तृणमूल पर घटना को लेकर राज्य में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगा रही हैं।