पटना। पटना पुलिस ने सोमवार रात मधेपुरा के सांसद और लालू यादव के साले पप्पू यादव को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कानून व्यवस्था के लिए समस्या खड़ी करने से संबंधित दो महीने पुराने एक मामले में उन्हें गिरफ्तार किया है। जनाधिकार पार्टी के सांसद को जिस मामले में गिरफ्तार किया गया है, वह मामला इस साल जनवरी में गांधी मैदान पुलिस थाने में दर्ज किया गया था। गिरफ्तार करने के बाद पप्पू यादव को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
...और रोने लगे पप्पू यादव - इससे पहले, जब पुलिस पप्पू यादव के घर उनको गिरफ्तार करने पहुंची तो उन्होंने तत्काल लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को फोन लगा दिया और फिर जोर-जोर से रोने लगे। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से फोन पर कहा कि ये लोग हमें फंसा रहे हैं। जान से मार सकते हैं। अपने त माई दाखिल छिओ। कुछो करियो। फिर उन्होंने कहा-प्रणाम गोड़ छू के। जब सांसद ये बातें कह रहे थे उस वक्त उनके कमरे का दरवाजा बंद था और भीतर बस कुछ लोग और पुलिसवाले थे।
गिरफ्तार करने आए 500 पुलिसवाले - पप्पू यादव की गिरफ्तारी से पहले हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को भी मिला। पप्पू यादव को गिरफ्तार करने के लिए उनके आवास को करीब 500 पुलिसवालों ने घेर लिया था। इतनी बड़ी संख्या में पुलिस बल होने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार करने में करीब चार घंटे लग गए।
काली पट्टी बांधकर मनाया 'काला दिवस' - इधर, जाप के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह कुशवाहा ने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण तरीके से लाठीचार्ज के खिलाफ काली पट्टी बांधकर ‘काला दिवस’ मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस क्रम में पार्टी के कार्यकर्ता जिला मुख्यालयों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जगहों पर मानव श्रृंखला बनाकर लाठीचार्ज का विरोध किया जा रहा है।
यह है पूरा मामला - बिहार में बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ और बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग को पप्पू यादव प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान सोमवार को सांसद पप्पू यादव की पार्टी के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें कई लोग घायल हो गए।
इस प्रदर्शन में जन अधिकार पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने सड़क पर उतरे थे। पुलिस को प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर पथराव किया। इस झड़प में दोनों तरफ के करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पटना के गर्दनीबाग स्थित मैदान में सुबह ही सैकड़ों कार्यकर्ता जुट गए थे, और इसके बाद पप्पू यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ता विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे।
इस दौरान पुलिस ने पप्पू समर्थकों को रोकना चाहा। पुलिस के अनुसार, विधानसभा की ओर जाने से रोके जाने पर कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए, उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने भी जमकर लाठियां भांजीं और कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानी की बौछार (वॉटर कैनन) का भी इस्तेमाल किया।