गांधीनगर। मंगलवार को कांग्रेस ने मंगलवार गुजरात में भाजपा सरकार के खिलाफ उना घटना सहित दलितों के खिलाफ बढ़ते अत्याचार के विरोध में ‘जनाक्रोश रैली’ निकाली।
इस रैली में करीब 400 पार्टी कार्यकताओं को हिरासत में लिया गया जबकि करीब 50 पार्टी विधायकों को निलंबित कर दिया गया। इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं शंकर सिंह वाघेला, भरतसिंह सोलंकी, शक्तिसिंह गोहिल एवं राज्यसभा के सांसद मधुसूदन मिस्त्री सहित 400 लोगों को हिरासत में लिया गया। हिरासत में लिए गए लोगों को बाद में रिहा कर दिया गया।
उना घटना के विरोध में आज कांग्रेस सदस्यों ने राज्य विधानसभा में प्रदर्शन और हंगामा कर बैठक को बाधित किया। इसके कारण पार्टी के करीब 50 विधायकों को सदन से निकाला गया और उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया।
सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सदस्य सरकार पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए और हाथ में तख्तियां लिए हुए आसन के समक्ष आ गए। नारेबाजी कर रहे कांग्रेसी सदस्यों ने मंत्रियों की तरफ चूड़ियां फेंकी।
विधानसभा में मानसून सत्र के दूसरे एवं अंतिम दिन विस अध्यक्ष रमनलाल वोरा ने हंगामा कर रहे विधायकों को कई बार चेतावनी दी। करीब 20 कांग्रेसी सदस्य बैनर ओढ़ हुए थे।
हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने मार्शलों को कांग्रेस सदस्यों को सदन से बाहर ले जाने को कहा। उन्होंने कांग्रेस सदस्यों के नाम का उल्लेख किया और उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया। इसके बाद विधायकों को बल प्रयोग कर सदन से बाहर ले जाया गया।