कुल्लू। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सप्ताहभर चले अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव के समापन अवसर पर इसमें भाग लेने वाले स्थानीय 281 देवी-देवताओं का नजराना पांच प्रतिशत और इनके साथ आये बजंतरियों के पारिश्रमिक में 15 प्रतिशत वृद्धि करने की आज घोषणा की। ठाकुर ने यहां लाल चंद प्रार्थी कलाकेंद्र में समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए देवताओं का दूरी भत्ता भी 25 प्रतिशत बढ़ाने, हरिपुर और मणिकर्ण दशहरा आयोजन राशि 75 हजार से बढ़ा कर एक लाख रुपये तथा वशिष्ठ दशहरा उत्सव मनाने की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 75 हजार रुपये करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि देवताओं के ‘गुर’ को अलग से एक हजार रुपये की राशि दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि के नाम से प्रसिद्ध है और प्रत्येक उत्सव में प्रदेश के लोग देवताओं के प्रति अपनी गहरी आस्था रखते हैं तथा इनके आशीर्वाद के बिना उनका जीवन अधूरा है। ऐसे में प्रदेश के लोग यहां की समृद्ध संस्कृति और रीति-रिवाजों को संजोए रखने के लिए बधाई के पात्र हैं। वर्तमान समय में पूरा विश्व एक वैश्विक गांव में बदल गया है तथा ऐसी स्थिति में भविष्य में पुरातन संस्कृति को संजोए रखना वास्तव में सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरा उत्सव स्थानीय लोगों को आजीविका उपलब्ध कराने का अवसर प्रदान करता है और उन्हें अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच भी प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू दशहरा के इस सांस्कृतिक उत्सव को देखने के लिए विश्वभर से पर्यटक आते हैं तथा इससे पर्यटन को व्यापक बढ़ावा मिल रहा है। सरकार का प्रयास है कि कुल्लू दशहरा में कुछ नए आकर्षणों को जोड़ने के साथ इसके परम्परागत रूप को भी जीवित रखा जाए। जल जीवन अभियान के अंतर्गत कुल्लू जिला में 32 परियोजनाओं को स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है जिस पर 160 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कुल्लू क्षेत्र में किए जाने वाले सार्वजनिक कार्यों के लिए 38 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि सुंदरनगर-मनाली फोरलेन मार्ग कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा रोहतांग सुरंग समय पर पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिजली महादेव और रोहतांग सुरंग तक रोपवे बनाने के प्रयास जारी हैं। ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 को हटाकर एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है जो जम्मू कश्मीर घाटी में आतंकवाद फैलने और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का मुख्य कारण था। उन्होंने इससे पूर्व कुल्लू जिले के पत्रकारों की सुविधा के लिए निर्मित प्रेस क्लब कुल्लू के भवन का भी लोकार्पण किया।