सिरसा। हरियाणा के सिरसा व फतेहाबाद जिलों में पिछले करीब चार बरसों में बढ़े हेरोइन व अन्य मादक पदार्थों की बढ़ी तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए फतेहाबाद के डा.भीमराव अम्बेडकर चौक पर पिछले 18 रोज से आमरण अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण काशी की तबीयत बीती देर रात बिगड़ गई। प्रवीण काशी को फतेहाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर बनी हुई है। 35 वर्षीय काशी ने पिछली 5 जुलाई से भी 21 दिवसीय अनशन किया था, जिसे राज्य सरकार के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया था लेकिन पिछली पांच सितंबरर से वह फिर अनशन पर बैठ गये कि इतना समय बीत जाने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले दिनों ‘जन आशीर्वाद यात्रा‘ के दौरान फतेहाबाद पहुंचने पर काशी से अनशन तुड़वाने का प्रयास किया पर उन्होंने अनशन नहीं तोड़ा। इसके बाद मुख्यमंत्री को एक प्रतिनिधिमंडल मिला जिसके बाद आपसी सुलह के नाम पर जिला प्रशासन व प्रवीण काशी की टीम के बीच एक मसौदा तैयार किया गया। जिसमें मुख्यत:चिट्टे की विशेष गिरफ्त में आ चुके सिरसा व फतेहाबाद जिलों में नशामुक्ति केंद्र खोलने, अनिवार्य व रियायती दरों पर उपचार करवाने सरीखी मांगें थीं। मामला मुख्यमंत्री के चंडीगढ़ कार्यालय तक भी पहुंचा मगर इस पर कोई ठोस कार्यवाही हो पाती उससे पहले कल चुनावी आदर्श आचार संहिता लग गई जिससे एक बार तैयार हुए मसौदे पर विराम लग गया।
आमरण अनशन पर बैठे प्रवीण काशी ने कल राज्य सरकार की ढीली कार्य प्रणाली से आहत होकर पानी के सेवन का भी त्याग कर दिया। पानी का त्याग कर देने से देर रात उनकी तबियत बिगड़ गई। सूचना पाकर फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल से डा.अजय चुघ मौके पर पहुंचे और उनकी सेहत का मुआयना किया तो स्थिति चिंताजनक पाई। उन्हें नागरिक अस्पताल ले जाया गया। काशी ने यहां कुछ भी उपचार लेने से मना कर दिया जिसके बाद शहर के गणमान्य लोगों ने उन्हें जैसे-तैसे राजी कर पानी का सेवन करवाया। फिलहाल काशी का उपचार चल रहा है लेकिन उनकी टीम के अन्य सदस्य आज भी अनशन स्थल पर धरना देकर बैठे रहे।