पटना। बिहार के नियोजित शिक्षकों पर प्रदर्शन के दौरान कल राजधानी पटना में हुई पुलिस लाठीचार्ज को लेकर विधान परिषद में आज विपक्षी सदस्यों ने जमकर शोरगुल और नारेबाजी की जिसके कारण प्रश्नकाल लगभग आठ मिनट तक बाधित रहा। कार्यकारी सभापति हारून रशीद के आसन ग्रहण करते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुबोध कुमार ने कार्यस्थगन सूचना के जरिए इस मामले को उठाते हुए कहा कि कल राज्य के कोने-कोने से नियोजित शिक्षक समान काम समान वेतन की मांग को लेकर राजधानी पटना में शांतिपूर्ण धरना एवं प्रदर्शन कर रहे थे।
सरकार शिक्षक प्रतिनिधियों से वार्ता कर उनकी न्यायोचित मांगों को मानने के बजाय उन पर दमनकारी तरीके अपनाते हुए पानी की बौछार, आंसू गैस के गोले और बर्बर तरीके से पुलिस लाठीचार्ज में कई शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए तथा वैशाली की शिक्षिका फूल कांति देवी का निधन हो गया। कुमार ने कहा कि सरकार की नियोजित शिक्षकों के प्रति इस तरह का संवेदनशील और दमनकारी रुख से राज्य के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद शिक्षा मंत्री का यह कहना कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इस पर राजद, कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सदस्य अपनी-अपनी सीटों के समक्ष जोर-जोर से बोलने लगे। इसी दौरान सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य भी अपनी-अपनी सीटों के समक्ष खड़े होकर जोर जोर से बोलने लगे।