पटना। कांग्रेस ने बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी पर ब्राह्मण तथा मुस्लिम विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियों को लोकसभा चुनाव में उनका वोट नहीं चाहिए इसलिए अपनी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर उन्हें कोई जगह नहीं दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद् के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्र ने आज यहां कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है, उसे देखने से यह साफ जाहिर होता है कि ‘सबका साथ सबका विकास’ केन्द्र की मोदी सरकार का मात्र एक नारा भर है।
जदयू और भाजपा कुछ जातियों खासकर ब्राह्मणों तथा मुसलमानों से न सिर्फ घृणा करती है बल्कि इनके प्रति दुर्भावना से प्रेरित होकर काम भी करती हैं। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि जदयू ने एक भी ब्राह्मण और भाजपा ने एक भी मुसलमान को लोकसभा का प्रत्याशी नही बनाया है। मिश्रा ने कहा कि इन दोनों पार्टियों को विश्वास हो गया है कि इन वर्गों का वोट उन्हें नहीं मिलने वाला है। इसलिए, जदयू ने ब्राह्मणों और भाजपा ने मुसलमानों से किनारा कर लिया है। उन्होंने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी ने पांच में से तीन टिकट अपने परिवार के अंदर हीं बांटकर और भी कमाल कर दिया है। बेहतर तो यह होता कि इस पार्टी का नाम परिवार जनशक्ति पार्टी कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि राजग में शामिल पार्टियों ने बड़ी संख्या में बाहुबलियों और उनके परिजनों तक को टिकट दिये हैं।