नई दिल्ली। 29 अगस्त को खेल दिवस के दिन दिए जाने वाले राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों को 18वें एशियाई खेलों के चलते 25 सितंबर तक खिसकाए जाने के कारण इस बार देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न को लेकर कश्मकश की स्थिति बन गई है।
इस साल अप्रैल में आॅस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों और अगस्त-सितम्बर में इंडोनेशिया में हुए 18वें एशियाई खेलों में कई भारतीय खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया जिससे चयन समिति के सामने असमंजस की स्थिति रहेगी। अब यह स्थिति है कि चयन समिति को कई खेल रत्न चुनने होंगे। सरकार की वैसे नीति है कि ओलम्पिक वर्ष में ही एक से ज्यादा खेल रत्न दिए जाएंगे और बाकी वर्षों में सिर्फ एक खिलाड़ी को खेल रत्न मिलेगा लेकिन इस बार राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के चलते यह स्थिति बदल सकती है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के अब तक के इतिहास में वर्ष 2016 में रियो ओलंपिक के बाद सबसे अधिक चार खेल रत्न पुरस्कार दिए गए थे। तब ओलंपिक रजत विजेता बैडंिमटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ,कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक, चौथा स्थान पाने वाली जिम्नास्ट दीपा कर्माकर और निशानेबाज जीतू राय को यह पुरस्कार दिया गया था।
खेल मंत्रालय के इस साल के खेल पुरस्कारों में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में जोरदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी मौका देने के फैसले के बाद अब इन पुरस्कारों के लिए होड़ रोचक हो गई है। मंत्रालय ने इस पुरस्कार के आवेदन के लिए 12 सितंबर तक की समय सीमा तय की थी जिसके बाद टेबल टेनिस खिलाड़ी मणिका बत्रा और टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने अपना दावा पेश कर दिया है।
राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण सहित चार पदक जीतने वाली मणिका ने एशियाड में भी ऐतिहासिक कांस्य पदक हासिल किया था। इससे पहले टेबल टेनिस फेडरेशन ने उनका नाम अर्जुन अवॉर्ड के लिए भेजा था। एशियाड में युगल स्वर्ण पदक जीतने वाले बोपन्ना की फडरेशन ने भी उनका दावा पेश कर दिया है।
इस बार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी खेल रत्न के लिए तीनों फॉर्मेट के भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम की सिफारिश की है। हालांकि इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज 1-4 से हारने के बाद विराट के दावे पर असर पड़ सकता है। खेल रत्न की होड़ में भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा सबसे प्रबल दावेदार हैं। नीरज एशियाई खेलों में भारतीय दल के ध्वजवाहक रहे थे और उन्होंने राष्ट्रमंडल तथा एशियाई खेलों दोनों में स्वर्ण पदक हासिल किए हैं।
राष्ट्रमंडल तथा एशियाई खेलों दोनों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट भी खेल रत्न पुरस्कार की दौड़ में शामिल हैं। भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) में इन दोनों पहलवानों के नाम खेल रत्न के लिए भेजे हैं। विश्व चैंपियनशिप और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू का खेल रत्न के लिए दावा मजबूत माना जा रहा है। 2017 में चार सुपर सीरीज खिताब जीतने वाले बैडमिंटन स्टार किदांम्बी श्रीकांत भी खेल रत्न की होड़ में शामिल हैं।
विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले डबल ट्रैप निशानेबाज अंकुर मित्तल भी खेल रत्न के दावेदारों में शामिल हैं। अंकुर का नाम निशानेबाजी फेडरेशन ने भेजा है। अंकुर ने तीन वर्ल्ड कप में पदक जीतकर इतिहास रचा है। इसके अलावा राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य और विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण उनके नाम है। खेल रत्न के लिए लगभग 15 नाम होड़ में हैं और समिति तथा मंत्रालय के लिए चयन वास्तव में किसी कश्मकश से कम नहीं होगा।