नई दिल्ली। टोक्यो में इस साल होने वाले ओलंपिक खेलों में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद पहलवान बजरंग पुनिया की अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग के लिये वित्तीय सहायता को सरकार की ओर से मंजूरी मिल गयी है। मिशन ओलंपिक सेल की 46वीं बैठक सोमवार को यहां भारतीय खेल प्राधिकरण के मुख्यालय में हुई जहां साइलिंग, तैराकी और जूडो के राष्ट्रीय खेल महासंघों ने 2024 और 2028 के ओलंपिक के लिये अपनी दीर्घकालीन योजना को पेश किया। इसके अतिरिक्त 10 खेलों में डेढ़ करोड़ रूपये के वित्तीय प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गयी है।
राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता तथा विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता बजरंग ने टोक्यो ओलंपिक से पहले अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग और प्रतियोगिता में हिस्सेदारी के लिये वित्तीय मदद का आग्रह किया था और उनके इस आग्रह को मंजूरी दे दी गयी है। बजरंग अपने 65 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में देश को ओलंपिक कोटा दिला चुके हैं।
एथलेटिक्स में लांग जंपर श्रीशंकर मुरली, भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा और ट्रिपल जंपर अरपिंदर सिंह की उपकरणों की जÞरूरतों के लिये मदद को मंजूरी मिल गयी है। टेबल टेनिस में अचंत शरत कमल, मणिका बत्रा, जी सत्यन, हरमीत देसाई और मानव ठक्कर की ट्रेनिंग और भागीदारी की जरूरतों को भी मंजूरी मिल गयी है। टेनिस में दिविज शरण और रोहन बोपन्ना की अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में भागीदारी की जरूरतों को मंजूरी दे दी गयी है। निशानेबाज अंजुम मुद्गिल, दिव्यांश सिंह पंवार और मैराज अहमद खान तथा बैडमिंटन में समीर वर्मा, किदाम्बी श्रीकांत, एस एस प्रणय और बी साई प्रणीत की 2020 में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी के लिये वित्तीय मदद को मंजूरी मिल गयी है।