नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता तथा विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता पहलवान बजरंग पूनिया तथा भारतीय क्रिकेट की नई सनसनी ऋषभ पंत को गुरुवार को यहां दिल्ली खेल पत्रकार संघ (डीएसजेए) के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार से नवाजा गया।
भारतीय महिला हाकी टीम की कप्तान रानी रामपाल और युवा निशानेबाज मनु भाकर को महिला वर्ग में वर्ष की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया जबकि सिडनी ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारोत्तोलक कर्णम मल्लेश्वरी और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कुश्ती कोच राज सिंह को जीवनपर्यंत उपलब्धि पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
भारत के युवा निशानेबाजों को निखारने में अहम भूमिका निभाने वाले जसपाल राणा और पंत के बचपन के कोच तारक सिन्हा को सर्वश्रेष्ठ कोच का पुरस्कार दिया गया। राणा का पुरस्कार उनकी पत्नी और बेटी तथा तारक सिन्हा का पुरस्कार खुद ऋषभ ने ग्रहण किया। मनु भाकर का पुरस्कार भी उनके पिता ने ग्रहण किया। मनु इस समय चीनी ताइपे में एशियाई एयर गन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं।
भारतीय ओलंपिक संघ(आईओए) के अध्यक्ष डा. नरेंद्र ध्रुव बत्रा, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति(आईओसी) के मानद सदस्य राजा रणधीर सिंह, पूर्व हाकी कप्तान जफर इकबाल, जेके टायर मोटर स्पोर्टस के प्रमुख संजय शर्मा, पूर्व निशानेबाज मोराद अली खान और हाकी ओलंपियन हरबिंदर सिंह ने पुरस्कार वितरित किए।
पिछले साल राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले बजरंग ने कहा कि उनका लक्ष्य 2020 के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है। अभी तक कोई भी भारतीय पहलवान ओलंपिक में सोने का तमगा नहीं जीत पाया है। उन्होंने कहा, इस पुरस्कार से मुझे और मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी। मैं ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाला पहला भारतीय पहलवान बनने की पूरी कोशिश करूंगा। अभी यही मेरा लक्ष्य है।
भारतीय क्रिकेट में धूमकेतू की तरह उभरे विकेटकीपर बल्लेबाज पंत ने पिछले साल टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया तथा इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया की विषम परिस्थितियों में शतक जड़कर अपने कौशल का शानदार नमूना पेश किया था। उन्होंने कहा कि इस तरह के पुरस्कार से भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिये उनका मनोबल बढ़ेगा।
पंत ने कहा, ‘‘हम जैसे युवा खिलाड़ियों के लिये इस तरह के सम्मान काफी मायने रखते हैं। इससे निश्चित तौर पर मुझे बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी। हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल बेंगलुरू में चल रहे राष्ट्रीय शिविर से अनुमति के साथ एक दिन का अवकाश लेकर यह पुरस्कार ग्रहण करने आयी थीं। उन्होंने कहा, हमारा भारत के लिये बेहतर प्रदर्शन करने पर हमेशा ध्यान केंद्रित रहता है। ऐसे पुरस्कारों से हमें सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।