इदेमिस्तु। होंडा रेसिंग इंडिया के रेसरों राजीव सेतु और सेंथिल कुमार ने 2019 के सत्र में सेपांग इंटरनेशनल सर्किट में एफआईएम एशिया रोड रेसिंग चैंपियनशिप में शानदार शुरुआत करते हुए शनिवार को सात अंक अर्जित कर इतिहास रच दिया। इदेमिस्तु होंडा रेसिंग इंडिया टीम ने 2019 एआरआरसी सीज़न की पहली एक ही रेस में अब तक के सबसे अधिक 7 अंक स्कोर किए। होंडा की भारतीय जोड़ी राजीव और सेंथिल ने 3 राइडरों को ओवरटेक करते हुए एपी 250 रेस 1 में टॉप 14 में फिनिश किया। राजीव ने एआरआरसी में भारतीय राइडर द्वारा नए बेस्ट फिनिश का रिकॉर्ड बनाया और 11वें फिनिश के साथ 5 अंक जीते।
एआरआरसी में अपने पदार्पण वर्ष में उतरे सेंथिल टॉप 14 में फिनिश के साथ पहली एआरआरसी में अंक जीतने वाले पहले भारतीय रुकी राइडर और सबसे कम उम्र के भारतीय राइडर बने। राजीव ने कल शानदार प्रेक्टिस में 7वें स्थान पर फिनिश किया था जबकि 18 वर्षीय सेंथिल एपी 250 क्लास में 17वें पॉज़िशन पर रहे थे। आज की रेस में दोनों राइडरों ने कई रिकॉर्ड कायम कर भारत का सर उंचा कर दिया है। पहली बार भारतीय टीम के दोनों राइडरों ने एशिया की सबसे मुश्किल रोड रेस चैम्पियनशिप में अंक स्कोर किए हैं। भारतीय टीम के प्रदर्शन पर प्रभु नागराज, वाईस प्रेज़ीडेन्ट ने कहा, ‘‘साल 2019 में भारतीय मोटरस्पोर्ट को नए आयाम मिल रहे हैं। तकनीकी रूप से हमारी सीबीआर 250 आरआर बाईक पहले से कहीं बेहतर हैं जिनके साथ हमारे रेसर शानदार प्रदर्शन दे रहे हैं।
इसके अलावा हमारी टीम की ताकत और उन्हें मिलने वाली कोंिचग भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पहले ही लैप में राजीव ने 14वें पोजीशन से बेहतरीन शुरूआत की। जल्द ही वह टॉप पर पहुंच गए लेकिन अन्य राइडर के क्रैश के कारण उन्हें पीछे हटना पड़ा। उन्होंने धैर्य बनाए रखा। लैप 4 में 2 राइडरों को ओवरटेक करते हुए वह 8वें लैप तक इसी पोजीशन में बने रहे। 21 वर्षीय खिलाड़ी ने 11वें पोजीशन के साथ एपी 250 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ फिनिश रिकॉर्ड किया है। राजीव ने 2019 एआरआरसी सीज़न की पहली रेस में अधिकतम 5 अंक हासिल किए हैं। सेंथिल ने अपनी पहली ही रेस में 25 राइडरों के ग्रिड पर 17वें पोजीशन से शुरू करने के बाद बेहतरीन शुरूआत की और पहले ही लैप में 3 राइडरों को ओवरटेक कर लिया। यहां से रेस के अंत तक सेंथिल 20:17:513 के कुल लैप टाईम के साथ 14वें पोजीशन पर रहे। सेंथिल अब एशिया रोड रेसिंग चैम्पियनशिप में अंक स्कोर करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय और पहले भारतीय रूकी राइडर बन चुके हैं।