मुंबई। पीएनबी फ्रॉड के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी ने भारत न लौटने का नया बहाना बनाया है। उन्होंने कहा है कि वह तीन महीने तक भारत नहीं आ सकते हैं। उनके वकील ने मुंबई की एक अदालत को बताया कि चोकसी यात्रा करने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट से चोकसी को 'भगोड़ा आर्थिक अपराधी' घोषित करने का अनुरोध किया था। सुनवाई के दौरान वकील ने साफ कहा कि चोकसी स्वस्थ नहीं हैं इसलिए उनका बयान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रिकॉर्ड किया जाए या फिर ईडी के अधिकारी एंटीगा जाकर बयान रिकॉर्ड करें।
तीन महीने इंतजार कीजिए
वकील ने आगे कहा कि ऐसा नहीं तो फिर तीन महीने इंतजार कीजिए, अगर उनकी तबीयत सुधरती है तो वह अपना बयान दर्ज कराने के लिए आएंगे। शनिवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी मिली। गौरतलब है कि इसी साल अक्टूबर में ईडी ने 13,000 करोड़ के लोन फ्रॉड मामले की जांच के दौरान 218 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी, जिसमें हीरे और विदेश में फ्लैट शामिल हैं।
कई विकल्पों पर काम
केंद्रीय जांच एजेंसी के मुंबई स्थित क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से संपत्तियों को अटैच करने के लिए तीन प्रोविजनल आॅर्डर्स जारी किए गए थे। आपको बता दें कि चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए भारतीय एजेंसियां विभिन्न विकल्पों पर काम कर रही हैं। सितंबर में एंटीगा और बारबुडा के विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज को आश्वासन दिया था कि वहां की सरकार इस मामले में पूरा सहयोग करेगी।
प्रत्यर्पण के दो अनुरोध भेजे गए
भारत की ओर से चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए दो अलग अनुरोध किए गए हैं। बताया जा रहा है कि हीरा कारोबारी ने एंटीगा की नागरिकता हासिल की है, जिससे वह अपने कारोबार को इस कैरेबियाई देश में बढ़ा सके और इसके साथ ही उसे 130 से ज्यादा देशों में बेरोकटोक आने-जाने की आजादी मिल सके। एंटीगा में मेहुल के वकील ने एक बयान में बताया था कि उनके क्लाइंट कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए एंटीगा और बारबुडा के नागरिक के तौर पर पंजीकृत हुए हैं।
नीरव मोदी के साथ मेहुल चोकसी और उनके परिवार के कई सदस्य 12,636 करोड़ रुपये के पीएनबी फ्रॉड में आरोपी हैं। यह मामला पिछले साल सुर्खियों में आया था। चोकसी अब देश से बाहर हैं। उनकी ओर से लगातार कहा गया है कि भारत लौटने पर उनकी जान को खतरा हो सकता है।