नई दिल्ली। दूरदराज के क्षेत्रों के दस्तकारों को बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए काम करने वाली दस्तकारी हाट समिति का 15 दिवसीय वार्षिक क्राफ्ट बाजार एक जनवरी से दिल्ली हाट में शुरू होगा। समिति की प्रमुख जया जेटली ने शुक्रवार को यहां जारी बयान में यह जानकारी देते हुये कहा कि समिति द्वारा आयोजित किए जाने वाले वार्षिक क्राफ्ट बाजार का यह 34वां संस्करण है, जहां देशभर के 200 से ज्यादा कलाकार एवं हस्तशिल्पी शिरकत करेंगे और अपनी कला का नमूना पेश करेंगे।
दिल्ली हाट, आईएनए में सांस्कृतिक प्रदर्शनों एवं भारतीय कला, क्राफ्ट एवं टेक्सटाइल पर केंद्रित एक पखवाड़े तक चलने वाला क्राफ्ट बाजार साल में एक ही बार आयोजित किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह समिति मुख्य रूप से इस क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के लिए काम करती है और महिला कलाकारों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए मंच मुहैया कराती है। इसकी मदद से महिला कलाकारों को आजीविका के अवसर मिले हैं। श्रीमती जेटली ने कहा कि टेक्सटाइल मंत्रालय के हस्तशिल्प विकास आयुक्त के सहयोग से बंगलादेश के साथ क्राफ्ट एवं स्किल एक्सचेंज प्रोग्राम भी आयोजित किया जाएगा।
बंगलादेश के कलाकारों के साथ कार्यशाला का आयोजन दो जनवरी से होगा। यहां भारत एवं बंगलादेश के कलाकार मिलकर काम करेंगे। आयोजन के आखिरी दो दिनों में इनकी बनाई वस्तुओं को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने कहा ‘‘सच्चे हस्तशिल्प कलाकारों और उनकी कला को लोगों के सामने लाना हमारे लिए गर्व और खुशी का विषय है। अगर हमारे बाजार से कलाकारों और यहां आने वालों को खुशी मिलती है तो हमारा लक्ष्य पूरा हो जाता है। हर साल हम और बेहतर करने का प्रयास करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि राजधानी के हस्तशिल्प के शौकीन लोगों को यहां उनकी पसंद की वस्तुएं मिलेंगी। उन्हें 200 नए कलाकारों की कला देखने का मौका मिलेगा। इनमें रिसाइकिल किए हुए कपड़ों से लेकर बांस एवं रिसाइकिल की हुई वस्तुओं से तैयार टोकरियां और ऐसी ही अनेक हस्तकलाओं को देखने तथा खरीदने का अवसर होगा। यहां हमेशा से सम्मानित रहीं कई कलाएं जैसे ओडिशा की पट्टचित्र पेटिंग, मिथिला की मधुबनी पेटिंग, मूलरूप से दक्कन की पिचवई पेटिंग समेत देश के अलग-अलग हिस्सों की ऐसी ही कई अन्य कलाकृतियां देखने को मिलेंगी।