नई दिल्ली। भारतीय रेलवे इस सप्ताह यात्री किरायों को बढ़ाने की घोषणा कर सकती है। ये वृद्धि वातानुकूलित श्रेणी से लेकर अनारक्षित एवं उपनगरीय मासिक-त्रैमासिक सीज़न टिकटों के किरायों तक सभी श्रेणियों पर लागू होगी। यह बढ़ोतरी 5 पैसा पैसा प्रति किमी से लेकर 40 पैसा प्रति किमी तक के बीच रहने की संभावना है। यानी बढ़ाेतरी 10 से 20 प्रतिशत तक हाे सकती है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार संसदीय समितियों की सिफारिशों तथा परिचालन अनुपात पर बढ़ते दबाव के कारण यह कदम उठाना पड़ रहा है। रेलवे बोर्ड ने नई दरों का खाका तैयार कर लिया है। प्रधानमंत्री कार्यालय से इसके लिए हरी झंडी भी मिल गई है। रेलवे बोर्ड को झारखंड विधानसभा के चुनाव पूरा हाेने तक रुकने काे कहा गया था। यात्री किरायों में वृद्धि से रेलवे की हर साल चार से पांच हजार करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होगी अाैर परिचालन अनुपात भी सुधरेगा।
सूत्रों का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने किराया दरों के निर्धारण के लिए बहुत विचार मंथन किया है। इसके लिए उपनगरीय ट्रेन और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों में द्वितीय श्रेणी के अनारक्षित और शयनयान एवं वातानुकूलित श्रेणियों के आरक्षित टिकटों के किराये में समान रूप से इस वृद्धि करने का प्रस्ताव किया गया है। यह बढ़ोतरी पांच पैसा प्रति किलोमीटर से लेकर 40 पैसा प्रति किलोमीटर तक के बीच रहने की संभावना है।