नई दिल्ली। जमीन की खुदाई और निर्माण क्षेत्र के उपकरण बनाने वाली देश की अग्रणी कंपनी जेसीबी इंडिया लिमिटेड ने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद् (सीएसआईआर) की प्रयोगशाला केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) के साथ मिलकर सड़कों के गड्ढे भरने की नयी मशीन विकसित की है। कंपनी की यह मशीन जेसीबी 30 एक्स बाक्हो लोडर पर आधारित है। यह मशीन विविध कार्यों में इस्तेमाल योग्य है और इसे पिछले एक साल के दौरान स्वदेश में ही विकसित किया गया है।
इस मशीन का प्रदर्शन गुरुवार को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली के नगर निगमों, नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और अन्य संस्थानों के अधिकारियों के समक्ष किया गया। कंपनी का कहना है कि यह मशीन सड़कों और राजमार्गों के रखरखाव की सभी समस्याओं का एक संपूर्ण समाधान है। सीएसआईआर के महानिदेशक डा. शेखर सी. मांडे ने इसे विकसित करने में सभी सहभागियों के योगदान की सराहना करते हुए इस मशीन में और भी सुधार करने के लिए दिए गए सुझावों की प्रशंसा की।
सीआरआरआई के निदेशक प्रोफेसर सतीश चंद्र ने कहा देशमें सड़कों का रखरखाव करने वाली एजेंसियों के लिए इस तरह की प्रणाली की आवश्यकता पर जोर दिया। जेसीबी इंडिया के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुबीर कुमार चौधरी ने कहा कि कंपनी ने चार दशक पहले देश में परिचालन शुरू किया था। एक साल पहले सीआरआरआई के साथ नवाचार की परिकल्पना की गई। इस आधुनिक तकनीक वाली मशीन को तैयार किया गया।
उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में नवीनतम ढंग से जो सड़कें बनाई गई हैं, उनकी मरम्मत के लिए आधुनिक, उत्पादक और व्यवहार्य समाधान की जरूरत महसूस की गई और नयी मशीन इसके लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगी। चौधरी ने उम्मीद जताई की देश के बुनियादी सुविधा ढाँचे में सुधार लाने के लिए नयी मशीन की महत्वपूर्ण उपयोगिता होगी। इस मशीन से गड्ढों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाने और सुरक्षा में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
जेसीबी के बाक्हो लोडर पर अटैचमेंट और कंट्रोल साल्यूशंस दिए गए हैं। मशीन में बेसिक 30 एक्स मशीन के स्टैंडर्ड हायड्रालिक्स, इंजन पावर, सर्किट और इलेक्ट्रिक में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कम्प्रेस्ड एयर और काम्पैक्टर अटैचमेंट के लिए इलेक्ट्रिकल सर्किट्स को पूरी तरह एकीकृत किया गया है। मशीन में लाइवलिक नामक जेसीबी की एडवांस्ड टेलिमैटिक्स प्रौद्योगकी का इस्तेमाल किया गया है। इससे मरम्मत की परियोजनाओं की प्रगति की स्टीक निगरानी में मदद मिलेगी। मशीन से मशीनों के मूवमेंट, स्थान और परिचालन के वास्तव समय के बारे में अपडेट मिलना संभव हो सकेगा।