नई दिल्ली। अगर आपका बैंक खाता भी देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैकं ऑफ इंडिया में है तो ये खबर आपके लिए बेहद खास है। इस बैंक के नियमों में हुए बदलाव के कारण करीब 42 करोड़ खाताधारकों को बड़ा झटका लगने वाला है। जी हां स्टेट बैंक में हुए कई बदलाव का असर सीधा आम लोगों पर पड़ने वाला है।
आपको बता दें कि हाल ही में स्टेट बैंक ने अपने नियमों में कई बड़े बदलाव किए हैं। जो 1 नवंबर से लागू होने जा रहा है। दरअसल इस बदलाव में डिपॉजिट पर मिलने वाली ब्याज दर भी शामिल है। इस बदलाव के बारे में 9 अक्टूबर को ही बैंक ने जानकारी दी थी। इसके अलावा बैंक द्वारा सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज दर में भी बदलाव किया गया है। इस बदलाव के अनुसार 1 नवंबर से SBI खाताधारकों को 1 लाख डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज में 0.25 फीसदी ब्याज दर की कटौती कर 3.25 फीसदी रह गई है। और तो और 1 लाख से ज्यादा के डिपॉजिट को रेपो रेट से जोड़ दिया है।
दूसरी बदलाव जो एक नवंबर से होने वाली है वह कारोबारियों के लिए जरूरी है। इसके तहत अब कारोबारियों को डिजिटल पेमेंट लेना अनिवार्य होगा। इसी के साथ ग्राहक या मर्चेंट्स से डिजिटल पेमेंट के लिए कोई भी शुल्क या मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) नहीं वसूला जाएगा। बदले हुए ये नियम 50 करोड़ रुपये से अधिक के टर्नओवर वाले कारोबारियों पर ही लागू होंगे।
भारतीय स्टेट बैंक ने अपने बैंक डिपोजिट, टर्म डिपोजिट और बल्क डिपोजिट पर ब्याज दरों में 10 बेसिस प्वाइंट और 30 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। ये नई दर एक से दो साल तक के टर्म डिपोजिट पर लागू होंगी। ये नई दरें 10 अक्टूबर से लागू कर दी गई हैं। SBI की लोन पर नई ब्याज दरें 8.15 से घटकर 8.05 फीसदी हो गई है। ये नई दरें 10 अक्टूबर से लागू हो चुकी है। एसबीआई ने RBI के रेपो रेट घटाने के बाद ब्याज दरों में कमी की है। आबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की जिसके बाद रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटकर 5.15 फीसदी हो गई है।