नई दिल्ली। सरकार ने पॉलीथीन में उपभोक्ता सामग्री के वितरण को हतोत्साहित करने के लिए दूध के कारोबार से जुड़ी अमूल और मदर डेयरी से दूध के पाउच के रिसाइकिल के लिए कार्य योजना तैयार करने तथा उसे पशुपालन एवं डेयरी विभाग से साझा करने का अनुरोध किया है ताकि अन्य दूध संघ इसका पालन कर सकें। देश में दूध को लेकर आज यहां हुयी उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में पशु पालन एवं डेयरी विभाग के सचिव ,राज्य सहकारी दुग्ध संघों , निजी डेयरी के वरिष्ठ अधिकारियों महिला एवं बाज विकास मंत्रालय के प्रतिनिधि, डेयरी विकास बोर्ड और कृषि उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के सचिव ने गुजरात मिल्क फेडरेशन (अमूल) नंदनी (कर्नाटक) , वेरका (पंजाब) ,महानंद (महाराष्ट्र) से अभियान के तौर पर प्लास्टिक मिल्क पाउच का दोबारा उपयोग किये जाने को बढावा देने का अनुरोध किया गया। बैठक में प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए आधे लीटर के पाउच की जगह एक लीटर के पाउच पर सब्सिडी देने , पाउच वापस लाने वाले को छूट देने तथा सड़क निर्माण जैसे कार्यो में पाउच का उपयोग किये जाने पर जोड़ दिया गया। सभी सहकारी दुग्ध संघों और निजी डेयरी से दो अक्टूबर गांधी जयंती से प्लास्टिक उपयोग को कम करने और मीडिया से सहयोग करने का अनुरोध किया गया है। बैठक में मांग और आपूर्ति , आयात निर्यात , दूध खरीद मूल्य आदि की भी समीक्षा की गयी।