नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का मुनाफा बीती तिमाही में चौंकाने वाला रहा है। पीएनबी ने शुक्रवार को बताया कि 30 जून को समाप्त हुई तिमाही में उसे 1,018.63 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पीएनबी के शेयर का भाव बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 3.18 फीसदी की तेजी के साथ 68.15 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। पीएनबी को बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 940 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
यही नहीं, 31 मार्च 2019 को समाप्त हुई पिछले साल की अंतिम तिमाही में भी पीएनबी का निवल घाटा 4,749.64 करोड़ रुपये था। पीएनबी को इतना बड़ा फायदा तभी संभव हुआ जब बैंक ने प्रावधानों व आकस्मिक खर्च में पिछले साल के मुकाबले 64.86 फीसदी की कटौती की। पिछले साल इन मदों में जहां बैंक का खर्च 5,758.16 करोड़ रुपये था वहां इस साल 2,023.31 करोड़ रुपये है। प्रावधानों के मद में क्रमागत रूप से 80 फीसदी की कमी आई है।
पीएनबी के प्रबंध निदेशक व सीईओ सुनील मेहता ने कहा, ‘‘प्रावधान व आकस्मिक व्यय 2,023.31 करोड़ रुपये रहा जोकि पिछले साल की समान अवधि 5,758.16 करोड़ रुपये से 64.8 फीसदी कम है। क्रमागत रूप से आंकड़ों में 79.9 फीसदी की गिरावट आई है। मार्च में समाप्त हुई तिमाही में यह आंकड़ा 10,071.11 करोड़ रुपये था।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पीएनबी का नया कारोबार 80,000 करोड़ रुपये रहा। गौरतलब है कि हीरा कारोबारी नीरव मोदी द्वारा पीएनबी के साथ 12,700 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी किए जाने से बैंक को बड़ा आघात लगा था। बैंक अब दोबारा इस आघात से उबरने और सभी चैनलों से गैर-निष्पादित संपत्तियों (एनपीए) की वसूली की कोशिश में जुटा है।