नई दिल्ली। देश के सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक यानी SBI के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। SBI एक जुलाई से अपने एक नियम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। SBI के इस बदलाव से बैंक के 42 करोड़ ग्राहकों को तत्काल फायदा होगा। दरअसल बैंक प्रबंधन ने ऐलान किया है कि जुलाई से अपने होम लोन की ब्याज दरों को रेपो रेट से जोड़े देगा। बैंक ने शुक्रवार शाम को जारी बयान में कहा, 'हम 1 जुलाई से रीपो रेट से जुड़े होम लोन ऑफर करेंगे।' यानी, इस महीने के बाद से SBI का होम लोन की ब्याज दर पूरी तरह रीपो रेट पर आधारित हो जाएगी। इस बदलाव का सीधा असर एसबीआई के 42 करोड़ ग्राहकों पर पड़ने वाला है।
SBI की ओर से कहा गया है कि 1 जुलाई से रेपो रेट से जुड़े होम लोन ऑफर किए जाएंगे। इसका मतलब यह हुआ कि अगले महीने से SBI की होम लोन की ब्याज दर पूरी तरह रेपो रेट पर आधारित हो जाएगी। सरल शब्दों में कहें तो रिजर्व बैंक जब-जब रेपो रेट में बदलाव करेगा उसी आधार पर SBI की होम लोन की ब्याज दर भी तय होगी। आपको बात दें कि रिजर्व बैंक में साल में 6 बार यानी हर दो महीने पर अपने मौद्रिक नीति की समीक्षा करता है और इसमें तय होता है कि वो रेपो रेट में बदलाव करेगा या नहीं।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने गुरुवार को लगातार तीसरी बार अपनी रेपो दर में 0.25 फीसदी की कटौती कर इसे 5.75 पर ला दिया है। आरबीआई लगातार तीन समीक्षा बैठकों में कुल मिलाकर रेपो में 0.75 फीसदी की कटौती कर चुका है। रेपो कम होने पर वाणिज्यिक बैंकों के लिए धन सस्ता होता है और वे ब्याज कम करने की स्थिति में होते हैं। इससे पहले SBI ने रेपो रेट में कटौती का फायदा तुरंत ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए 1 मई से स्टेट बैंक ने जमा और कर्ज को सीधे रेपो रेट से जोड़ दिया है। स्टेट बैंक ऐसा करने वाला देश का पहला बैंक भी बन गया है। हालांकि इस कदम का फायदा उन्हीं ग्राहकों को होगा जिनके खाते में 1 लाख रुपये से अधिक राशि होगी।