जेनेवा। लगातार चार महीने की गिरावट के बाद मार्च में वैश्विक हवाई माल परिवहन में मामूली सुधार देखने को मिला और इसकी मांग 0.1 प्रतिशत बढ़ गई। अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आयटा) द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल मार्च में एशिया प्रशांत क्षेत्र में हवाई माल परिवहन की माँग पिछले साल मार्च के मुकाबले 0.1 प्रतिशत बढ़ी। इसमें गिरावट की मुख्य वजह अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध और चीन की सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था को बताया गया है।
चीन से माँग कम रहने के दबाव में एशिया प्रशांत क्षेत्र में हवाई माल परिवहन की माँग में 3.4 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी। कुल हवाई माल परिवहन में इस क्षेत्र की हिस्सेदारी 36 प्रतिशत से अधिक है। अन्य भौगोलिक क्षेत्रों में इसमें तेजी आयी है। अफ्रीका में माँग सबसे ज्यादा छह प्रतिशत, यूरोप और लातिन अमेरिका दोनों में 3.6 प्रतिशत, पश्चिम एशिया में 1.3 प्रतिशत और उत्तरी अमेरिका में 0.4 प्रतिशत बढ़ी। हवाई माल परिवहन की गणना ‘फ्रेट टनेज किलोमीटर’ में की जाती है।
वैश्विक संगठन ने माँग में कमी के लिए वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों और उपभोक्ता विश्वास में जारी गिरावट को प्रमुख कारण बताया है। उसने कहा कि इसके कारण सितंबर 2018 के बाद से ही वैश्विक निर्यात ऑर्डर में कमी आ रही है जिसका प्रभाव हवाई माल परिवहन पर भी पड़ा है। आयटा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेग्जेंडर डी जुनेक ने इन आँकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा ‘‘लगातार चार महीने की गिरावट के बाद मार्च में वार्षिक आधार पर हवाई माल परिवहन की माँग धनात्मक रही है और इसमें 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
यह उत्साहजनक है, लेकिन सुस्त पड़ते वैश्विक व्यापार, व्यापार युद्ध को लेकर बढ़ते तनाव और ऑर्डर की बुकिंग में कमी से उत्पन्न चुनौतियां अभी समाप्त नहीं हुई हैं।’’ एशिया प्रशांत क्षेत्र को छोड़ कर अन्य भू-क्षेत्रों में उपलब्ध फ्रेट टनेज किलोमीटर क्षमता भी बढ़ी है। एशिया प्रशांत में उपलब्ध क्षमता में एक प्रतिशत की गिरावट देखी गयी। लातिन अमेरिका में हवाई माल परिवहन क्षमता 16.9 प्रतिशत, अफ्रीका में 15.2 प्रतिशत, यूरोप में 6.4 प्रतिशत, पश्चिम एशिया में 3.8 प्रतिशत और उत्तरी अमेरिका में 2.6 प्रतिशत बढ़ी है। इस प्रकार उपलब्ध क्षमता में वैश्विक स्तर पर 3.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अप्रैल 2018 से लगातार 12 महीने में से 11 महीने क्षमता की तुलना में माँग कम तेजी से बढ़ी है।