मुंबई। जेट एयरवेज ने सोमवार को कहा कि उसे परिचालन की जरूरतों के लिए कर्जदाताओं से 1,500 करोड़ रुपये तक की तत्काल वित्तपोषण मदद मिलेगी। वित्तीय संकट से जूझ रही एयरलाइन ने कर्जदाताओं के निर्देश पर रोजाना परिचालन व कंपनी के नकदी प्रवाह के प्रबंधन व निगरानी के लिए अंतरिम प्रबंधन समिति का गठन करने की भी घोषणा की। कंपनी ने कहा, कंपनी की परिसंपत्तियों की सिक्योरिटी पर कर्जदाताओं द्वारा समुचित कर्ज उपकरण जारी करके1,500 करोड़ रुपये तक की तत्काल वित्तपोषण सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे कंपनी का सुचारु परिचालन बहाल होगा।
उधर, भारतीय स्टेट बैंक ने सोमवार को कहा कि उसे कर्ज संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के लिए निवेशक या खरीदार मई अंत तक मिलने की उम्मीद है। कंपनी के प्रवर्तक नरेश गोयल के पास संकट में फंसी एयरलाइन में भविष्य में अपनी हिस्सेदारी 25 प्रतिशत से आगे बढ़ाने का विकल्प होगा।
एसबीआई की अगुवाई में बैंकों का समूह कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी तत्काल डालने पर सहमत हुआ है। इसके लिए 11.4 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप नरेश गोयल की हिस्सेदारी मौजूदा 50 प्रतिशत से घटकर 25 प्रतिशत पर आ जाएगी। वहीं अबू धाबी के एतिहाद एयरवेज की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत से घटकर 12 प्रतिशत पर आ जाएगी।