नई दिल्ली। वित्तीय मोर्चे पर कठिन दौर से गुजर रहे विमानन क्षेत्र की विकास गति बनाए रखने के लिए नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने राज्यों से सहयोग की अपील करते हुये बुधवार को कहा कि उनके बिना ‘सब उड़ें- सब जुड़ें’ का सपना पूरा नहीं हो सकेगा।
प्रभु ने यहां ‘विंग्स 2019’ कार्यक्रम में कहा ‘‘राज्य सरकारों की साझेदारी के बिना ‘सब उड़ें- सब जुड़ें’ का लक्ष्य हासिल करना संभव नहीं है। हम राज्यों से नियमित, स्थायी और सक्रिय साझेदारी की उम्मीद करते हैं।’’ इस कार्यक्रम का आयोजन नागर विमानन मंत्रालय और उद्योग महासंघ फिक्की ने संयुक्त रूप से किया है।
उन्होंने राज्यों से हवाई संपर्क को प्रोत्साहित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि छोटे तथा मझोले शहरों को विमानन नेटवर्क से जोड़ने की किफायती टिकट की सरकार की योजना ‘उड़ान’ का तीसरा चरण एक महत्वपूर्ण घटना है। इसमें ऐसे विमानों के परिचालन की मंजूरी मिली है जो पानी में उतर सकते हैं। इस चरण के साथ ‘उड़ान’ अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार भी पहुंच गया।
प्रभु ने कहा कि हवाई संपर्क बढ़ने से राज्यों को ही सबसे ज्यादा लाभ होगा। इसे संभव बनाने के लिए मिलकर काम करने का हमारे पास साझा उद्देश्य है। यदि राज्य सहयोग करें तो विमानन क्षेत्र के सामने मौजूद चुनौतियाँ अवसर में बदल जायेंगी।