मुंबई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में सोने की डिलिवरी मांग में सुधार हुआ है। पिछले वर्ष की अपेक्षा सोने की डिलिवरी मांग अधिक होने से एमसीएक्स देशभर में सोने का डिलिवरी केंद्र खोलने की योजना बना रहा है। एक्सचेंज ने पिछले महीने पांच नए डिलिवरी केंद्र खोले थे। देशभर में सोने की डिलिवरी केंद्र खोलने का मकसद सराफा कारोबारियों के साथ छोटे आभूषण कारोबारियों को भी सोना वायदा से जोड़ा है। सोना वायदा में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए एमसीएक्स ने डिलिवरी केंद्रों में बढ़ोतरी करने की योजना तैयार की है।
एमसीएक्स के सीईओ एवं प्रबंध निदेशक मृगांक परांजपे कहते हैं कि पिछले महीने हमने सोने की डिलिवरी के पांच नए केंद्रों का शुभारंभ किया था। नवंबर में खोले गए चेन्नई, हैदराबाद, कोच्चि, बेंगलूरु और कोलकाता केंद्रों से डिलिवरी शुरू हो चुकी है। मुंबई, दिल्ली और अहमदाबाद केंद्रों में डिलिवरी की सुविधा पहले से मौजूद है। इस तरह वर्तमान में एमसीएक्स के सोने के आठ डिलिवरी केंद्र काम कर रहे हैं, लेकिन देशभर में फैले सराफा तथा आभूषण कारोबारियों की संख्या को देखते हुए ये केंद्र पर्याप्त नहीं कहे जा सकते हैं।
इसलिए हमने देशभर में डिलिवरी केंद्र खोलने का फैसला लिया है। इसके लिए सराफा तथा आभूषण कारोबारी संगठनों से बात चल रही है जो अंतिम दौर पर है। हमारी कोशिश रहेगी कि अगले छह महीने में देश के हर कोने में सोने के डिलिवरी केंद्र खोल दिए जाएं। परांजपे का कहना है कि इस तरह की सुविधा से कारोबारियों की भागीदारी बढ़ेगी और सरकार के राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी। एक देश एक मूल्य और एक देश एक कर व्यवस्था को अमल में लाना आसान होगा। यह फैसला सराफा तथा आभूषण उद्योग के हित में होगा जिससे छोटे और मझोले आभूषण कारोबारियों को संगठित हेजिंग व डिलिवरी की मुख्यधारा से जोड़ने की हमारी कोशिशों को बल मिलेगा। पिछले चार महीने से एमसीएक्स पर सोने का कारोबार पिछले वर्ष की अपेक्षा बढ़ा है। इसकी वजह हाजिर बाजार की कुछ नकारात्मक घटनाओं को माना जा रहा है जिसके कारण हाजिर बाजार की जगह निवेशक सोने की आॅनलाइन प्लेटफार्म को तरजीह दे रहे हैं।