नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13वीं भारत-जापान वार्षिक शिखर बैठक में भाग लेने के लिए 28 और 29 अक्टूबर को टोक्यो जाएंगे, जहां उनकी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात के दौरान भारत में ढांचागत विकास में निवेश को लेकर बड़े फैसले होने की उम्मीद है, जबकि रणनीतिक मोर्चे पर हिंद प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक एवं सुरक्षा सहयोग तथा भारत-अफ्रीका कॉरीडोर के बारे में महत्वपूर्ण बातचीत होगी।
विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रधानमंत्री की जापान यात्रा के बारे में जानकारी देने के लिए गुरुवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। मोदी और आबे के बीच यह 12वीं मुलाकात होगी। उन्होंने कहा कि दोनों नेता हिंद प्रशांत क्षेत्र में राजनीतिक एवं सुरक्षा स्थिति की स्थिति की समीक्षा करेंगे। यह क्षेत्र कनेक्टिविटी, आर्थिक सहयोग से बढ़कर राजनीतिक स्थिरता एवं सुरक्षा की स्थिति के लिए महत्वपूर्ण है। दोनों नेता क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों में कोरियाई प्रायद्वीप में शांति विशेषकर उत्तर कोरिया से सुरक्षा को खतरे की स्थिति पर बातचीत करेंगे।