टोक्यो। पश्चिमी जापान में मंगलवार को आए भीषण चक्रवाती तूफान से कम से कम छह लोगों की मौत होने की खबर है, जबकि कई लोग घायल बताए गए हैं। तेज हवाओं और ऊंची लहरों के कारण कानसाई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करना पड़ा और हवाई अड्डे को मुख्य द्वीप से जोड़ने वाला पुल एक जहाज की चपेट में आकर नष्ट हो गया है।
तूफान जेबी को देखते हुए जापान सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने संबंधी परामर्श जारी कर दिए हैं और सैंकड़ों उड़ानों को रद्द करना पड़ा है। जापान की समाचार समिति क्योदो ने कहा है कि यह जापान में 1993 के बाद का सबसे जबर्दस्त तूफान है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि तोकुशिमा के दक्षिणी क्षेत्र से गुजरने के बाद यह तूफान कोबे की तरफ बढ़ा और वहां से जापानी समुद्र की तरफ मुड़ गया।
किनकी क्षेत्र में उड़ानों और रेल सेवाओं को रद्द करना पड़ा है और ओसाका क्षेत्र में फैक्ट्रियों, वाणिज्यिक संयंत्रों तथा अन्य इकाईयों को बंद करना पड़ा है। सरकारी प्रसारक टीबीएस के मुताबिक इस तूफान की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या छह है। तेज हवाओं के कारण क्योटो स्टेशन पर कांच की छत नीचे गिरने से कई लोग घायल हो गए। तट रक्षक बल ने बताया कि तूफान के कारण तेज हवाओं के चलते कोबे ओसाका बंदरगाह पर लंगर डाले कई जहाज लहरों की चपेट में आ गए लेकिन इनके कर्मचारी सुरक्षित बताए गए हैं।
स्थानीय दमकल विभाग के मुताबिक कोबे के निकट हयोगो क्षेत्र में एक यार्ड में खड़ी सैंकड़ों कार आग की चपेट में आ गईं। तूफान को देखते हुए पश्चिमी और मध्य जापान में 700 से अधिक स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया है। वहीं वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा ने कहा है वह आइची, फुकुओका और मियागी क्षेत्र समेत देश भर के अपने 14 संयंत्रों में रात की पाली में काम बंद करेगी।