नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस राफेल लड़ाकू विमान के सौदे में अनियमिततता को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में जुटी है। राफेल सौदे को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चे की अगुआई कर रहे राहुल गांधी के साथ पार्टी ने पिछले सप्ताह भर देश के विभिन्न भागों मे प्रदर्शन किया और लोगों के समक्ष इस सौदे में अनियमितता का मामला जोर-शोर से उठाया।
राफेल सौदे में भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए गत 25 अगस्त से शुरू किये गये राष्ट्रव्यापी अभियान में कांग्रेस ने 50 से अधिक नेताओं को खड़ा किया है और देश में अलग-अलग स्थानों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव कांग्रेस के भविष्य निर्धारण के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और इसी परिप्रेक्ष्य में नया राफेल सौदा कांग्रेस के लिए एक प्रमुख मुद्दा हो सकता है।