कोहिमा। नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल आॅफ नागालैंड (खापलांग) ने मोन जिले में असम राइफल्स के जवानों के गश्ती दल पर रविवार को घात लगाकर किए गए हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन के पदाधिकारी इसाक सुमी ने स्थानीय अखबारों को ईमेल के जरिये भेजे एक बयान में कहा कि एनएससीएन (के) राज्य में सेना की तैनाती के खिलाफ अभियान चला रहा है। नागा आर्मी ने मोन जिले के अबोई शहर में सुरक्षा बलों के जवानों के दल पर हमला करके छह जवानों को मार गिराया और इतनी ही संख्या में जवान घायल भी हुए हैं। खांगो कोनयाक के नेतृत्व वाले संगठन ने पिछले सप्ताह मोन जिले के शेंघा लम्पोंग में असम राइफल्स के शिविर पर हुए हमले की भी जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में दो जवान शहीद हुए थे और एक मेजर सहित दो लोग घायल हो गये थे।
इस बीच आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि असम राइफल्स के जवानों के एक गश्ती दल पर अज्ञात बंदूकधारियों के हमले में तीन जवान शहीद हो गये और चार गंभीर रूप से घायल हो गये। सूत्रों ने बताया कि गश्ती वाहन पर छह जवान सवार थे। अज्ञात बंदूकधारियों ने अचानक उनके वाहन पर गोलीबारी कर दी जिसमें दो जवान शहीद हो गये। गंभीर रूप से घायल चार जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।