नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा और आरएसएस का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का महागठबंधन बने, ऐसी भावना ना केवल नेताओं की बल्कि जनता की भी है। मोदी और सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला बोलते हुए राहुल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री और भाजपा देश के संविधान और अन्य संस्थानों पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ऐसी भावना ना केवल भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों बल्कि जनता की भी है कि महागठबंधन बने जो भाजपा, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर सके।
बहरहाल, उन्होंने यह पूछे जाने पर चुप्पी साध ली कि विपक्षी दलों के महागठबंधन का नेतृत्व कौन करेगा। राहुल ने आरोप लगाया, प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा देश के संविधान और संस्थानों पर हमले कर रहे हें। उन्होंने कहा कि लोगों के सामने यह सवाल है कि इसे कैसे रोका जाए। 47 वर्षीय कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी इन आवाजों को एक साथ लाने की कोशिश कर रही है और इस दिशा में काम चल रहा है। कांग्रेस नेता कल से महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं।उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेट्रोल और डीजल की कीमतों को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाने के लिए कहता आ रहा है लेकिन उनकी इसमें रुचि नहीं है।
कांग्रेस नेता ने कहा, (नोटबंदी के जरिए) मुंबई पर हमला किया गया। यहां छोटे उद्योग, कारोबारी हैं। यहां चमड़ा उद्योग और कपड़ा उद्योग है। इन पर गब्बर सिंह टैक्स के जरिए हमला किया गया। पूरा देश दुखी है। छोटे उद्यमी दुखी हैं और हम उनके लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के शासन काल में कच्चे तेल का दाम प्रति बैरल 130 डॉलर था जो अब गिरकर प्रति बैरल 70 डॉलर पर आ गया है।
राहुल ने कहा, हालांकि इसका लाभ आम आदमी को नहीं दिया गया। यह रुपया कहां जाता है? 15 से 20 अमीर लोगों की जेबों में। उन्होंने कल आरोप लगाया था कि मोदी सरकार समाज में नफरत और फूट पैदा कर रही है तथा देश में युवाओं के साथ झ्र साथ किसानों को धोखा दे रही है।