बालासोर। सतह से सतह पर मार करने वाली बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का रविवार को ओडिशा तट पर अब्दुल कलाम द्वीप से सफल परीक्षण किया गया। देश की परमाणु क्षमता से युक्त सबसे बड़ी मिसाइल अग्नि-5 का सुबह 09.50 बजे परीक्षण किया गया। मिशन के दौरान 5000 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली मिसाइल की उड़ान का निरीक्षण राडार, रेंज स्टेशन और ट्रैंकिंग प्रणाली के जरिए किया गया।
रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआडीओ) के सूत्रों ने बताया कि पूरा परीक्षण उड़ान से लेकर बंगाल की खाड़ी में गिरने तक कॉपीबुक शैली में और निर्धारित समय पर हुआ। उन्होंने बताया कि अग्नि-5 के संचालन के तीन चरणों को डीआरडीओं ने पूरी तरह विकसित किया जिसमें स्वदेशी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया। स्वदेशी प्रौद्योगिकी पर आधारित मिश्रित राकेट मोटर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया और इस संदर्भ में देश को आत्मनिर्भर बना दिया। यह मिसाइल इतनी शक्तिशाली है कि यह चीन के उत्तरी हिस्से समेत पूरे एशिया के किसी भी हिस्से और यूरोप के बड़े हिस्से को लक्षित करके छोड़ी जा सकती है।