नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता स्वीकार करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के इस पर सवाल खड़ा करने के बाद बीजेपी ने इस पर करारा जवाब दिया है। संघ से लंबे समय से जुड़े रहे बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि क्या आरएसएस कोई पाकिस्तानी संगठन है, जो इस तरह मामले को उठाया जा रहा है।
गडकरी ने कहा, 'लोग तो दारू की दुकान पर जाते हैं, लेडीज बार में जाते हैं। ऐसे में अगर पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में जा रहे हैं तो इसे कोई मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि राजनीतिक अस्पृश्यता अच्छी बात नहीं है और आरएसएस के कार्यक्रम में जाने को लेकर टिप्पणी नहीं की जानी चाहिए।
उधर, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं इस मामले पर कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि उस (आरएसएस) विचारधारा से देश को बचना चाहिए। इससे पहले कांग्रेस के नेता संदीप दीक्षित ने कहा था कि जो आरएसएस के खिलाफ विचार रखते थे अब वह उनके ही कार्यक्रम में जाने को तैयार हो गए हैं, ऐसे में वह क्या कहते हैं, देखना दिलचस्प होगा।