मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने बेलगाम विवाद को लेकर बड़ी बात कही है, उन्होंने कहा कि बेलगाम और आस-पास के इलाकों में मराठी लोग 70 साल से लड़ रहे हैं, जिन्हें महाराष्ट्र में शामिल किया जाना है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं, इस पर जो भी निर्णय आएगा उसे स्वीकार किया जाएगा लेकिन मैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री से अपील करना चाहता हूं कि सीमा विवाद को एक तरफ रख दीजिए, पर भाषा विवाद में नहीं पड़ें। राउत ने कहा कि मैं इस विषय पर सीएम उद्धव ठाकरे से भी बात करूंगा कि दोनों प्रदेशों के सीएम इस मामले में चर्चा करें, ये बेहद जरूरी है, राउत ने कहा कि गृह मंत्रालय कश्मीर मुद्दे और अनुच्छेद 370 को सुलझा सकता है तो मेरा मानना हैं कि वो बेलगाम सीमा विवाद को सुलझा सकता है।
उन्होंने कहा कि यह मामला गृह मंत्रलाय के अंदर आता है और एक ताकतवर गृह मंत्री जिसने लंबे समय से लंबित मुद्दे अनुच्छेद 370 को सुलझा दिया, उन्हें इस विवाद पर भी ध्यान देना चाहिए। गौरतलब हो कि शनिवार को शिवसेना सांसद संजय राउत को कर्नाटक के बेलगाम जाने से रोका गया था। महाराष्ट्र बेलगाम पर अपना दावा करता रहा है क्योंकि यहां मराठी भाषी लोगों की बड़ी आबादी रहती है लेकिन यह जिला अभी कर्नाटक में आता है। हाल ही में एक कन्नड़ संगठन की ओर से महाराष्ट्र एकीकरण समिति पर की गई टिप्पणी के बाद बेलगाम को लेकर दशकों पुराना विवाद गरमा गया है, महाराष्ट्र एकीकरण समिति कर्नाटक के मराठी भाषी आबादी वाले गांवों को महाराष्ट्र में मिलवाने के लिए संघर्ष कर रही है, जबकि कर्नाटक ये कह रहा है कि ये हिस्सा हमारा है।