अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध का खतरा तो टल गया है लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े थे। इसके बाद मध्यस्थता के लिए ईरान ने भारत की तरफ रुख किया है। लेकिन ईरान का भारत से मदद माँगना पाकिस्तान को अच्छा लगा नहीं लगा उसने अपना पुराना राग अलापना शुरू कर दिया।
ईरानी विदेश मंत्री ने बयान दिया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत खाड़ी में तनाव कम करने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। ईरानी विदेश मंत्री बोले कि भारत एक महत्वपूर्ण पक्ष है और वो ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और कतर सहित प्रमुख पक्षों के साथ सम्पर्क में है। इसके साथ ही वो बोले कि ईरान युद्ध नहीं चाहता है। विमान हादसे पर भी उन्होंने बयान देते हुए कहा कि ये ईरान की गलती थी।
ईरानी मंत्री का भारत के लिए यह बयान पाकिस्तान को नागवार गुजारा उसने भारत को नीचे दिखाने की कोशिश शुरू कर दी। पाकिस्तान ने मंत्री ने कश्मीर मुद्दा पर फिर से राग अलापना शुरू कर दिया है। शाह मोहम्मद क़ुरैशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कई देशों का कश्मीर पर मानना है कि यह चिंता का विषय है, लेकिन इस पर चर्चा की जानी चाहिए और द्विपक्षीय रूप से हल किया जाना चाहिए।”