नई दिल्ली। अयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले शनिवार को बड़ा फैसला सुनाया था। इस फैसले के तहत कोर्ट ने विवादित 2.77 एकड़ भूमि को रामलला विराजमान को दे दिया था। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष को भी पांच एकड़ भूमि सौंपने का आदेश दिया था। हालांकि हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने फैसले पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से दोबारा विचार करने वाली याचिका दाखिल करने की अपील की थी। रविवार को बोर्ड ने बड़ा ऐलान कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने दशकों से चल रहे अयोध्या विवाद का हल कर दिया है। कोर्ट ने दोनों पक्षों के लिए जो फैसला सुनाया, उसका पूरे देश ने स्वागत किया। रामलला विराजमान को जमीन तो कोर्ट ने दी, लेकिन मुस्लिम पक्ष का भी पूरा ध्यान रखा गया और 5 एकड़ भूमि मुस्लिम पक्ष को देने का आदेश दिया गया। इसी फैसला का सभी दलों से लेकर पूरे देश ने स्वागत किया।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने लखनऊ में रविवार को बड़ी बैठक की। तीन घंटे चली बैठक में बोर्ड के सदस्यों ने बड़ा फैसला ले लिया। बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का फैसला ले लिया है। इसकी जानकारी बैठक के बाद प्रेस वार्ता में जफरयाब जिलानी ने दी। उन्होंने कहा कि अयोध्या मामले को लेकर ऑल इंडिया पर्सनल मुस्लिम लॉ बोर्ड रिव्यू फाइल करेगा। आपको बता दें कि बैठक में 45 सदस्य मौजूद थे।