नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एस जयराम रमेश ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम की वैधता को उच्चतम न्यायालय में शुक्रवार को चुनौती दी। रमेश ने संविधान के अनुच्छेद 14 एवं 21 के तहत प्राप्त अधिकार को आधार बनाकर इस कानून को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिनियम 1985 के असम समझौते का उल्लंघन है। त्रिपुरा के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष प्रद्योत किशोर देव बर्मन ने भी नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ याचिका दाखिल की है। प्रद्योत किशोर देव ने अपनी याचिका में कहा कि यह कानून धर्म के आधार पर भेदभाव करता है और समानता के अधिकार का उल्लंघन करता है।