नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में श्योपुर में सुविधाओं और डॉक्टर की वजह से एक विधायक अपनी बेटी की डिलेवरी नहीं करा सका। वो दर्द से कहारती रही और विधायक उसको लेकर अस्पताल के बाहर खड़ा रहा। विजयपुर विधायक सीताराम आदिवासी की गर्भवती बेटी को ऑपरेशन से प्रसव कराने के नाम पर 12 घंटे तक अस्पताल में भर्ती रखा गया।
डॉक्टरों के न आने पर परेशान परिजन उसे शहर के निजी अस्पताल में ले गए। वहां मात्र एक घंटे में ही नॉर्मल डिलीवरी करा दी गई। प्रसव में देरी के कारण नवजात बच्ची की जान संकट में आ गई है, उसे एसएनसीयू में भर्ती करवाया गया है। इस घटना ने सरकारी अस्पतालों में मरीजों के प्रति रवैए की पोल खोलकर रख दी है।
हैरत में डालने वाला यह मामला सोमवार का है। भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी की बेटी धोड़ीबाई (26) पत्नी सोनू आदिवासी निवासी मयापुर 9 माह की गर्भवती हैं। सोमवार की सुबह 10:30 बजे प्रसव पीड़ा उठने के बाद विधायक बेटी को लेकर जिला अस्पताल आए थे। विधायक ने करीब 35 मिनट तक डॉक्टर का इंतजार किया। डॉक्टर सीमा शाक्य ने चेकअप के बाद सोनोग्राफी की जांच लिख दी।