पुणे। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, तमिलनाडु, पुडुचेरी, और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में अगले 24 घंटे में तेज से बहुत तेज बारिशहो सकती है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगालके पर्वतीय इलाके, सिक्किम, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, मराठवाड़ा, आंध्र प्रदेश, यनम, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, केरल और माहे में तेज बारिश होनेके आसार हैं। जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, बिहार,पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, गुजरात, मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, रायलसीमा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, असम, मेघालय, नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल और सिक्किम में में अलग-अलग स्थानों पर कल 08.30 बजेसे आज 08.30 तक तेज हवा चली।
दक्षिण पश्चिम मानसून अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा,पश्चिम बंगाल के पर्वतीय इलाके, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक पर सक्रिय रहा जबकि झारखंड, जम्मू कश्मीर और छत्तीसगढ़ में मानसून कमजोर रहा। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा, असम और मेघालय में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं। गुजरात तट और उसके आस पास के इलाके में अगले 12 घंटे के दौरान 30-40 किमी प्रति घंटा की तेज गति से हवा चल सकती है जो 50 किमी प्रति घंटे की तेज गति तक पहुंच सकती है। पूर्वोत्तर अरब सागर से सटे पूर्व मध्य अरब सागर के अलग अलग हिस्सों में आज शाम तक 70-80 किमी प्रति घंटे की तेज गति तक हवा चल सकती है जो 90 किमी प्रति घंटा की तेज गति तक पहुंच सकती है।
उत्तर-पश्चिम अरब सागर से सटे पश्चिम मध्य अरब सागर में 55-65 किमी प्रति घंटे की तेज गति तक हवा चल सकती है जो 75 किमी प्रति घंटे की तेज गति तक पहुंच सकती है। गुजरात तट में समुद्र की स्थिति अगले 12 घंटे तक बहुत खराब हो सकती है। उत्तर पूर्व में और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर में स्थिति बहुत खराब हो सकती है तथा उसके बाद के 12 घंटे के दौरान अत्यधिक खराब हो सकती है। इसके अलावा उत्तर पश्चिम और सटे हुए पश्चिम मध्य अरब सागर में अगले 12 घंटे में समुद्र की स्थिति बहुत खराब हो सकती है तथा अगले 24 घंटे में और अधिक स्थिति खराब होने के आसार हैं इसलिए मछुआरों को अगले 24 घंटों के दौरान इन क्षेत्रों में उद्यम नहीं करने की सलाह दी गयी है।