वाशिंगटन। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 हटाये जाने से बौखलाया पाकिस्तान ने अब बॉलीवुड अभिनेत्री एवं शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र सद्भावना दूत प्रियंका चोपड़ा पर निशाना साधा है और उन्हें इस पद से हटाने की गुहार लगायी है। सूत्रों ने बुधवार को बताया,‘‘मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजरी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र को पत्र भेजकर बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को ‘गुडविल एंबेसडर ऑफ पीस’ के पद से हटाये जाने की मांग की है। माजरी ने यह मांग इसलिए की है क्योंकि प्रियंका चोपड़ा ने हाल में जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार के फैसले का समर्थन किया था।’’
माजरी ने यूनिसेफ की प्रमुख हेनरिटा फोरे को भेजे गये पत्र में लिखा है, ‘‘भाजपा सरकार की नीति विशेष समूह के लोगों का सफाया, नस्लवाद, फासीवाद, नरसंहार जैसे नाजी सिद्धांतों के समान है। प्रियंका चोपड़ा ने भारत सरकार के कदम का सार्वजनिक रूप से समर्थन किया है और साथ ही भारतीय रक्षा मंत्री द्वारा पाकिस्तान को परमाणु धमकी देने का भी समर्थन किया।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘प्रियंका चोपड़ा की अंधराष्ट्रभक्ति और कश्मीर मुद्दे पर मोदी सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय समझौतों और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्पों के उल्लंघन, युद्व, परमाणु युद्ध के उनके समर्थन से संयुक्त राष्ट्र के इस पद की विश्वसनीयता कमजोर हुई है।’’
माजरी ने कहा कि ये सभी चीजें शांति और सद्भावना के सिद्धांतों के पूरी तरह खिलाफ है। उन्होंने प्रियंका चोपड़ा को तुरंत हटाये जाने की मांग करते हुए कहा कि ऐसा नहीं किये जाने तक ‘गुडविल एंबेसडर ऑफ पीस’ का विचार विश्व स्तर पर एक मजाक बनकर रह जायेगा। प्रियंका चोपड़ा को 2010 और 2016 में संयुक्त राष्ट्र की इकाई यूनिसेफ का गुडविल एंबेसडर बनाया गया था। हाल ही में अमेरिका के लॉस एंजिलिस में आयशा मलिक नाम की एक पाकिस्तानी लड़की ने प्रियंका चोपड़ा को ‘पाखंडी’ कहा था और पाकिस्तान के खिलाफ परमाणु यद्ध को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। पाकिस्तानी लड़की ने ऐसा इसलिए कहा था क्योंकि प्रियंका चोपड़ा ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में हवाई हमले कर आतंकवादियो के अड्डों को निशाना बनाये जाने के कदम का समर्थन करते हुए 26 जनवरी को एक ट्वीट किया था और ‘जय हिंद’ लिखा था।