लखनऊ। उत्तर प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य सोनभद्र के हिंसा प्रभावित क्षेत्र घोरावल जाने को अड़ी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है वहीं राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने आरोप लगाया है कि विवाद की जन्मदाता और पोषक कांग्रेस इस संवेदनशील मामले में ओछी राजनीति कर रही है। वाड्रा ने कहा ‘‘ सोनभद्र में मानवता शर्मसार हुयी है। मै पीड़ति परिवारों से जरूर मिलने जाऊंगी। वहां दस निर्दोष लोगों ने अपनी जान उस जमीन के लिये गंवायी है जिस पर उनकी पुश्तें हल चलाती आयी है। कांग्रेस उनको न्याय दिलाने और उनके आंसू पोंछने की हर मुमकिन कोशिश करेगी। ’’
उन्होने कहा ‘‘ मुझे अलोकतांत्रिक तरीके से जाने से रोका गया है। मैने प्रशासन से पूछा है कि उन्हे किस आधार पर रोका गया है और अगर वहां निषेधाज्ञा लागू है तो मै सिर्फ तीन लोगों के साथ जाने को तैयार हूं लेकिन अब तक वे मुझे उन दस्तावेजों को नहीं दिखा सके है जिसके आधार पर मुझे जाने से रोक रहे हैं। मैं पीड़ति परिवारों से मिले बगैर नहीं जाऊंगी। ’’ इस बीच लखनऊ में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार की प्राथमिकता प्रभावित जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने की है और इसी लिये वहां धारा 144 लागू की गयी है। कांग्रेस महासचिव को एसपीजी सुरक्षा दी गयी है। इस नाते राज्य सरकार का दायित्व उनको पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराना है। बगैर अनुमति जाने की जिद कांग्रेस की ओछी राजनीति का द्योतक है। ’’ उन्होने कहा ‘‘ वाड्रा पीड़ति परिवारों के समक्ष घड़यिाली आंसू बहाने आयी है। अच्छा होता कि वह उपजे विवाद के उन कारणों की तह पर जाती और एक जिम्मेदार और जवाबदेह दल का फर्ज निभाती। ’’