नई दिल्ली। कर्नाटक में सियासी उठा पटक के कारण सियासी समीकरण पल-पल बदल रहे हैं। डिप्टी सीएम समेत कांग्रेस के 21 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले राज्य के मंत्री एवं निर्दल विधायक एच नागेश ने मंत्री पद से इस्तीफा देने के साथ ही मौजूदा कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापस लेने का एलान कर दिया। नागेश को हाल ही में लघु उद्योग मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था। उन्होंने सोमवार को राज्यपाल वजुभाई वाला को अपना इस्तीफा सौंपा।
इस घटनाक्रम के बाद अब सरकार का साथ छोड़ने वाले विधायकों की संख्या 14 हो गई है। इससे सरकार अल्पमत में आती दिखाई दे रही है। अब तक 13 विधायक विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं। यदि सभी इस्तीफे स्वीकार कर लिए जाते हैं तो विधानसभा में कांग्रेस-जेडीएस सत्तारूढ़ गठबंधन के पास विधायकों की संख्या 104 रह जाएगी जबकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा के पास विधानसभा में कुल 105 सदस्य हैं। ऐसे बदले समीकरण में माना जा रहा है कि भाजपा सरकार बनाने की कोशिश कर सकती है।
निर्दलीय विधायक नागेश ने राज्यपाल को इस्तीफा लिखकर कांग्रेस-जेडीएस सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा के साथ यह भी साफ किया कि यदि भाजपा समर्थन मांगती है तो वह उसका समर्थन करेंगे। इस्तीफा देने के बाद नागेश भी मुंबई के लिए रवाना हो गए। बता दें कि कांग्रेस-जेडीएस के 13 बागी विधायक पहले से ही मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं। सूत्र बताते हैं कि अशोक चव्हाण समेत महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को कर्नाटक के बागी विधायकों से किसी तरह संपर्क साध वापस लाने का प्रयास करने के लिए कहा गया है। लेकिन ये नेता बागी विधायकों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।