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शिक्षा से वंचित बच्चे स्कूल जाएं यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी- कमलनाथ

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jul 8 2019 12:49AM | Updated Date: Jul 8 2019 12:49AM
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छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि शिक्षा से वंचित बच्चे स्कूल जाएं इसके लिए सभी लोगों को मिलकर प्रयास करना होगें। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। कमलनाथ आज यहां स्कूल चलें हम अभियान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि हम अपने बच्चे के भविष्य को कैसे सुरक्षित बनाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमारे लिए, देश, प्रदेश और समाज के लिए बहुत जरूरी है। इसलिए हम सबकी यह कोशिश होना चाहिए कि हम अपने आसपास ऐसे बच्चों को पहचानें जो शिक्षा से वंचित हैं। जो कई कारणों से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। ऐसे बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करना हम सब लोगों की सामाजिक जिम्मेदारी है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसे ही बच्चों के लिए जो स्कूल नहीं जा पा रहे हैं उनके लिए स्कूल चलें हम अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बाद बच्चों को भविष्य बेहतर हो इस चुनौती का सामना भी हम सब लोगों को करना है। उन्होंने कहा कि हमारी नई पीढ़ी नई सोच के साथ नई तकनीक को अपना रही है उनकी कई आशाएं और स्वप्न हैं। इन्हें कैसे पूरा किया जाए इस चुनौती का हम सब लोगों को मिलकर सामना करना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के शिक्षित युवाओं के बेहतरी के लिए उन्हें काम देने के लिए कई स्तरों पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले भविष्य के मध्यप्रदेश में हर बेरोजगार के पास काम हो यह हमारा लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि वे इस बात को हमेशा अपने मन-मस्तिष्क में स्पष्ट रखें  कि शिक्षा लेने की प्रक्रिया एक समय के बाद समाप्त हो जाएगी लेकिन ज्ञान प्राप्त करने की प्रक्रिया जीवनपर्यन्त तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मुझे आज भी कई अवसरों पर नया ज्ञान मिलता है और यही ज्ञान हमें जीवन में आगे बढ़ने में मदद करता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जहां से भी ज्ञान मिले उसे अर्जित करें क्योंकि यही उन्हें सफलता के नये सोपानों तक पहुंचाएगी। उन्होंने 40 साल पहले के छिंदवाड़ा का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय शैक्षणिक संस्थाओं तथा अन्य संसाधनों की सीमितता थी।

आज का छिंदवाड़ा संसाधनों और शैक्षणिक संस्थाओं के नाम में सबसे आदर्श जिला है। नई पीढ़ी को अपने माता-पिता, दादा-दादी और नाना-नानी से पुराने और आज की छिंदवाड़ा की स्थिति जरूर जानना चाहिए क्योंकि इससे ही वे आने वाले समय में अपने जिलें को और अधिक श्रेष्ठ बनाने के प्रयासों में सहयोगी बनेंगे। उन्होंने बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए छिंदवाड़ा में कई कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में छिंदवाड़ा में मेडिकल इंस्टिट्यूट खोला गया है। जिससे अब यहां के लोगों को नागपुर इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा बल्कि नागपुर के लोग यहां पर चिकित्सा के लिए आयेंगे। उन्होंने बताया कि जल्दी ही छिंदवाड़ा में एक सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय भी स्थापित होगा। इससे आने वाले दिनों में यह जिला शिक्षा और स्वास्थ्य का हब के रूप में विकसित होगा।

उन्होंने शिक्षा का अधिकार अधिनियम में नर्सरी कक्षा में प्रवेश के लिये चयनित नव प्रवेशी छात्रा कुमारी आस्था उईके तथा कक्षा 10वीं की परीक्षा में जिले में प्रथम आने पर दिव्यांग छात्रा कुमारी प्रणवी मुरजानी का सम्मान किया। उन्होंने नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण योजना में छात्रा कुमारी जैनब खान को पुस्तकें तथा नि:शुल्क सायकल वितरण योजना के अंतर्गत शासकीय कन्या उच्च माध्यमिक शाला रोहनाकला की कक्षा 6वीं की छात्रा कुमारी अंजली वंशकार व कक्षा 9वीं की छात्रा कुमारी भूमिका कराडे, शासकीय हाई स्कूल भैसादंड की कक्षा 9वीं की छात्रा कुमारी खुशी सोनी, शासकीय माध्यमिक शाला सारना की कक्षा 6वीं की छात्रा कुमारी खुशबू उसरेठे एवं शासकीय माध्यमिक शाला मानेगांव के छात्र कृष्ण कुमार बंदेवार को सायकल वितरित कर शुरूआत की।

उन्होंने स्मार्ट क्लास के लिये शासकीय माध्यमिक शाला लोनिया करबल को एल.ई.डी. प्रदाय की। नाबालिग बच्चियों के अपहरण और गुमशुदा लोगों, मानव तस्करी आदि से जुड़े अपराधियों की तत्परता से गिरफ्तारी और अपराध नियंत्रण की उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया।

कलेक्टर डॉ. श्रीनिवास शर्मा ने छिंदवाड़ा जिले में शैक्षणिक संस्थाओं में मुख्यमंत्री की ओर से दी जाने वाली सौगातों की घोषणा की। जिले के प्रत्येक हाई और हायर सेकेंडरी स्कूलों को खेल सामग्री क्रय के लिये 10 हजार रूपये, संगीत सामग्री के लिये 15 हजार रूपये, जिले की प्रत्येक शाला में पुस्तकालय के लिये 200 पुस्तकों का सेट देने और प्रत्येक शाला में एन.सी.आर.टी से विज्ञान और गणित की किट उपलब्ध कराई जायेगी। जिले की सभी शालाओं में विद्युत कनेक्शन एवं उपकरण देने, इंस्पायर अवार्ड विजेता छात्रा कुमारी सुलोचना काकोड़िया को लेपटॉप क्रय के लिये 25 हजार रूपये की राशि का चेक देने, जिले की 200 माध्यमिक शालाओं में गणित, विज्ञान और अंग्रेजी की विषय-वस्तु के ज्ञानवर्धन के लिये एक-एक एल.ई.डी. उपलब्ध करवाने एवं शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छिन्दवाड़ा को स्मार्ट क्लास के लिये उपकरण तथा कम्प्यूटर लैब और ऑडिटोरियम हॉल का निर्माण कराने की घोषणा की।  इस मौके पर सांसद नकुलनाथ, पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना एवं बड़ी संख्या में बच्चे उपस्थित थे।

 
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