नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में शुक्रवार को बंदूकधारियों ने दो मस्जिदों पर हमला कर अंधाधुंध फायरिंग की। हमले में 49 लोगों की मौत हो गई, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हमले में 20 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए हैं। ताजा खबरों के मुताबिक, हमले के बाद से 9 भारतीय भी लापता हैं। हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। भारतीय उच्चायुक्त संजीव कोहली ने ट्वीट किया, "कई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय नागरिकता/भारतीय मूल के नौ लोग लापता हैं। आधिकारिक पुष्टि का अभी भी इंतजार किया जा रहा है। मानवता के खिलाफ भारी अपराध। उनके परिवारों के लिए हमारी प्रार्थना।"
उन्होंने कहा, "क्राइस्टचर्च के उस समुदाय के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी कृतज्ञता, जो आज के भयावह हमले के पीड़ितों के बारे में हमारे लिए जानकारी जुटाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इस समर्पण और एकजुटता से बेहतर कोई दूसरा उदाहरण नहीं हो सकता।" न्यूजीलैंड स्थित भारतीय उच्चायोग ने कहा है कि क्राइस्टचर्च मस्जिद नरसंहार में फंसा कोई भी भारतीय उनसे संपर्क कर सकता है। मिशन ने ट्वीट किया, "क्राइस्टचर्च में गोलीबारी की खबर सुनकर हम हैरान हैं। कोई भी भारतीय जरूरत के लिए 021803899 या 021850033 पर संपर्क कर सकता है।"
इस वारदात को अंजाम देने वाले एक हमलावर की पहचान ऑस्ट्रेलियाई नागरिक के रूप में हुई है, जो अति दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रभावित है। इस हमले में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाड़ी बाल-बाल बच गए जो जुमे की नमाज के लिए क्राइस्टचर्च की मस्जिद पहुंचे हुए थे। न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया है। हमले के बाद न्यूजीलैंड सरकार ने क्राइस्टचर्च आने जाने वाली 17 घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक, पहला हमला सेंट्रल क्राइस्टचर्च स्थित मस्जिद अल नूर में हुआ और दूसरा हमला लिनवुड मस्जिद में किया गया। पहले हमले में 41 लोगों की मौत हो गई, जबकि दूसरी मस्जिद में 7 सात लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। वहीं, मस्जिद के बाहर गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हुई।
बताया जाता है कि दोनों मस्जिदों के बीच की दूरी पांच किलोमीटर है। पुलिस का कहना है कि यह अभी साफ नहीं हो सका है कि इस हमले को कितने लोगों ने अंजाम दिया है। हालांकि, एक हमलावर की पहचान ऑस्ट्रेलियाई नागरिक के रूप में हुई है। घटना स्थल से दो आईईडी भी बरामद हुआ है, जिसे मिलिट्री पुलिस ने डिफ्यूज कर दिया। न्यूजीलैंड के पुलिस कमिश्नर माइक बुश ने बताया कि इस मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।
न्यूजीलैंड पुलिस के मुताबिक, हमलावर एक ऑस्ट्रेलियाई युवक ब्रेंटन टैरेंट (28) था। उसने मस्जिद में घुसने से पहले फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में हमलावर को मस्जिद के अंदर घुसकर लोगों पर गोलियां बरसाते देखा गया।हालांकि, घटना के बाद फेसबुक और ट्विटर ने इस वीडियो को ब्लॉक कर दिया। गोलीबारी के बाद हमलावर ने वापस अपनी कार में बैठकर बंदूक के अटकने और लोगों को आसानी से मारने के बारे में भी बात की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ब्रेंटन ने खतरनाक मंशा वाला 37 पन्नों के एक मैनिफेस्टो भी लिखा था।
हमले में भारतीय मूल के छह लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। न्यूजीलैंड में भारतीय उच्चायुक्त संजीव कोहली ने बताया कि शुरुआती सूचनाओं के मुताबिक, इस घटना में दो भारतीयों और चार भारतीय मूल के लोगों के मारे जाने की आशंका है। हालांकि, उन्होंने कहा कि ये जानकारी आधिकारिक नहीं है और न्यूजीलैंड की सरकार ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है।