नई दिल्ली। अलग-अलग मांगों को लेकर अन्नाद्रमुक और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के हंगामे के कारण बुधवार को लोकसभा में प्रश्नकाल बाधित रहा तथा सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि, राफेल विमान सौदे मुद्दे पर चर्चा को सदन की कार्यसूची में शामिल किये जाने के कारण मौजूदा सत्र के आरंभ से ही इस मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग पर हंगामा कर रही कांग्रेस के सदस्य आज शांतिपूर्वक कार्यवाही में हिस्सा ले रहे थे।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कई सदस्यों ने अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को नववर्ष की बधाई दी। अध्यक्ष ने भी शुभकामनायें देते हुए कहा - 2019 की सबको शुभेच्छा। सबका जीवन सुखी रहे। इसके बाद महाजन ने जैसे ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की तभी अन्नाद्रमुक और तेदेपा के सदस्य अपनी-अपनी मांगों की तख्तियां लिये अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए।
उन्होंने हाथों में अपनी मांगों की तख्तियां ले रखी थीं तथा जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे। अन्नाद्रमुक के सदस्य कावेरी नदी पर बांध निर्माण रोकने की मांग को लेकर सत्र के पहले दिन से ही हंगामा कर रहे हैं। तेदेपा की मांग आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने और वहां रेलवे जोन तथा इस्पात कारखाना बनाने की है।
महाजन ने हंगामा कर रहे सदस्यों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि देश के आम लोग सदन में यह सब नहीं देखना चाहते। सदस्यों के नहीं मानने पर उन्होंने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू की। विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिये। लेकिन, जब शोर-शराबा बढ़ने लगा तो पूर्वाह्न करीब 11.18 बजे उन्होंने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।