इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्था (एनआईएच) के कार्यकारी निदेश प्रो. डॉ आमेर इकराम ने कहा है कि पाकिस्तान के पास स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विश्वसनीय डाटा नहीं है क्योंकि निजी क्षेत्र ही अधिकतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है लेकिन वह इन आंकड़ों को सरकारी मशीनरी के साथ साझा नहीं करता है। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार प्रो. इकराम ने यह जानकारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को दी है।
उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य विधेयक के पारित होने से निजी क्षेत्र अपने डाटा को एनआईएच के साथ साझा करने के लिए बाध्य हो जाएंगे और इससे देश की जरूरतों के अनुसार नीति बनाना संभव हो जाएगा। अल्वी राष्ट्रपति का पद ग्रहण करने के बाद पहली बार एनआईएच का दौरा कर रहे है। इस दौरान उन्हें तपेदिक, मलेरिया और टीकाकरण के विस्तारित कार्यक्रम को चलाने वाले आपातकालीन अभियान केंद्र सहित एनआईएच के विभिन्न विभागों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें विभिन्न बीमारियों की रोकथाम के लिए विकसित किए जा रहे टीकों के बारे में भी जानकारी दी गई।
प्रो. इकराम ने कहा, यह स्पष्ट होना चाहिए कि बीमारियों के बारे में आपात स्थिति की घोषणा करने की जिम्मेदारी किसकी होगी?, इसको लेकर निर्देश जारी किए जाएंगे और डाटा के लिए नीतियां बनाई जाएंगी। निवारक उपायों पर एक रुपए खर्च कर उपचार पर होने वाले सौ रुपए के खर्च से बचा जा सकता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम बीमारियों की रोकथाम पर खर्च करने के बजाए उपचार पर अधिक खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा, अन्य प्रमुख मुद्दों में प्रयोगशाला सुविधाओं को उन्नत करना है। यह कार्य सफलतापूर्वक किया गया है। हमारी प्राथमिकता एनआईएच में वैश्विक मानकों के अनुरूप जैव सुरक्षा स्तर की तीन प्रयोगशालाएं तैयार करना है।