मुंबई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा कि उन्हें पूरी आशा है कि आगामी लोकसभा चुनाव भाजपा और शिव सेना मिलकर लड़ेंगे। शाह ने यहां एक समारोह में भाग लेने के बाद कहा कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव एक साथ मिल कर लड़ने के बारे में बातचीत चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कल ठाणे में मेट्रो शिलान्यास कार्यक्रम में शिव सेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया गया था जिसके कारण शिव सेना ने भाजपा के कार्यक्रम का बहिष्कार किया था। इसके अलावा शिव सेना पिछले छह माह से मोदी सरकार की विभिन्न मसलों पर खुलकर आलोचना कर रही है।
शाह ने विपक्षी दलों के महागठबंधन के संबंध में कहा कि इसकी सच्चाई कुछ और है। यह गठबंधन नहीं बल्कि भ्रांति है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में भाजपा इन सभी के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी है। महागठबंधन की बात करने वाले सभी क्षेत्रीय नेता हैं जो एक दूसरे की मदद नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा के चुनाव में भाजपा पश्चिम बंगाल, उत्तर पूर्वी राज्यों ओर ओडिशा में अच्छी सीटें जीतेगी। भाजपा के लिए ही नहीं बल्कि देश की खातिर भी अच्छा होगा कि केन्द्र में एक सशक्त सरकार हो। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में विधानसभा का चुनाव भाजपा के पक्ष में नहीं था। वह जनादेश का स्वागत करते हैं और अपनी हार पर विचार-मंथन करेंगे। लोकसभा का चुनाव, विधानसभा के चुनाव से अलग होता है इसलिए विधानसभा चुनाव लोकसभा के चुनाव से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।